मामले का खुलासा करते हुए एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि थाना कोतवाली, मणिपुर, बतौली में अलग-अलग लोगों का एटीएम कार्ड बदल कर रुपए निकाले जाने के अपराध दर्ज थे। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर टीम का गठन किया गया था। सीसीटीवी फुटेज व साइबर सेल से आवश्यक तकनीकी जानकारी प्राप्त कर संयुक्त टीम रांची झारखंड के लिए रवाना हुई थी।
पैरोल मिलने के बाद हो गया था फरार
एसपी ने बताया कि मुख्य आरोपी मुकेश सोनी काफी शातिर एवं आदतन अदमाश है। वह दिल्ली में एक कॉन्ट्रेक्टर की हत्या के मामले में दिल्ली जेल में 6 साल से निरुद्ध था। वर्ष 2019 में पैरोल मिलने के बाद वह फरार हो गया था। दिल्ली पुलिस ने इस पर 10 हजार का नकद इनाम रखा था।
इस तरह करते थे धोखाधड़ी
एसपी ने बताया कि दोनों आरोपी सरगुजा संभाग में 25 से ज्यादा एटीएम कार्ड बदल कर धोखाधड़ी कर चुके हैं। वहीं सरगुजा जिले में उन्होंने 5 घटना को अंजाम दिया है। आरोपी अंबिकापुर आते थे और होटल में रुकते थे।
ये लोग हुए थे ठगी के शिकार
शहर के मिशन चौक निवासी प्रेमाकांत बघेल 24 नवंबर 2022 को चोपड़ापारा एटीएम में रुपए निकालने गई थी। इस दौरान आरोपी द्वारा कार्ड बदल कर इनके खाते से 80 हजार रुपए निकाल लिए गए थे। बतौली थाना क्षेत्र निवासी मुनेश्वरी बाई का भी एटीएम कार्ड बदल कर 25 फरवरी 2023 को 65 हजार रुपए आहरित कर लिए थे।
आरोपी 50 लाख की लागत से बनवा रहा था घर
मुख्य आरोपी मुकेश लोगों से धोखाधड़ी कर रांची में 50 लाख का घर बनवा रहा था। धोखाधड़ी का काम करने में आसानी हो इसलिए उसने पत्नी को अलग किराए के मकान में रांची में ही रखा था और स्वयं भी अलग किराए के घर में रहता था। धोखाधड़ी की रकम जमा करने के लिए पत्नी के बैंक खाते का उपयोग करता था।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में थाना प्रभारी गांधीनगर निरीक्षक धीरेन्द्र दुबे, थाना प्रभारी कोतवाली उप निरीक्षक रूपेश नारंग, थाना प्रभारी मणिपुर उप निरीक्षक प्रमोद पाण्डेय, उप निरीक्षक अनीता आयाम, सहायक उप निरीक्षक कृष्ण कुमार यादव, विवेक पाण्डेय, प्रधान आरक्षक भोजराज पासवान, पन्नालाल, महिला आरक्षक स्मिता रागिनी, आरक्षक संजीव चौबे, सत्येंद्र दुबे, रुपेश महंत, अनुज जायसवाल, जितेश साहू, मनीष सिंह, विरेंद्र पैकरा व रमेश प्रसाद शामिल रहे। वहीं एसपी ने टीम को 5 हजार रुपए नकद व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।