शहर के गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मेंड्राखुर्द निवासी अर्णव राजवाड़े पिता ताराचंद राजवाड़े 5 वर्ष पिछले 5 साल से अपनी मां के साथ अपने नाना-नानी के घर अंबिकापुर-राजपुर मार्ग पर शहर से लगे ग्राम रनपुरकला में रह रहा था।
वहीं रनपुरकला स्थित प्राथमिक शाला माझापारा में क्रेडा विभाग के ठेकेदार द्वारा सौर ऊर्जा का प्लेट लगाने के लिए गड्ढे खोदकर छोड़ दिए गए हैं। पिछले दिनों बारिश होने के कारण सभी गड्ढों में पानी भर गया है।
रविवार की दोपहर अर्णव अपने ममेरे भाई प्रिंस के साथ स्कूल के पास खेल रहा था। इस दौरान खेल-खेल में दोनों बालक क्रेडा विभाग के ठेकेदार द्वारा खोदकर छोड़े गए गड्ढे में जा गिरे। कुछ देर बाद जब दोनों बच्चे दिखाई नहीं दिए तो परिजन खोजते हुए स्कूल के पास पहुंचे। वहां एक गड्ढे में एक बच्चे का हाथ दिखाई दे रहा था।
यह देख अर्णव के मामा खेलावन राजवाड़े ने दोनों बच्चों को गड्ढे से बाहर निकाला। अर्णव की स्थिति गंभीर होने पर उसे तत्काल इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया। यहां जांच पश्चात चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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7-8 माह से खोद कर छोड़ दिए गए हैं गड्ढे
ग्राम रनपुरकला स्थित प्राथमिक शाला माझापारा में क्रेडा विभाग के ठेकेदार द्वारा सौर ऊर्जा का प्लेट लगाने के लिए 7 से 8 माह से गड्ढे खोदकर छोड़ दिए गए हैं। वहीं गड्ढे की गहराई 7 से 8 फिट है। बारिश होने के कारण गड्ढों में पानी भर गया था। इसमें मासूम अर्णव की डूब जाने से मौत हो गई।
अर्णव की मां हीरामणि राजवाड़े ने के्रेडा विभाग व उसके ठेकेदार द्वारा लापरवाही बरतने की शिकायत गांधीनगर थाने में दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।