चौतरफा जकडऩ पॉलीथिन ने हमें चौतरफा जकड़ रखा है। घर से लेकर सडक़, नाली, पार्क सहित अन्य सार्वजनिक जगहों पर गंदगी का सबसे बड़ा कारण पॉलीथिन है। जिसे बिना जरूरत के भी काम में लेने लगे हैं। घरों में सामान के साथ आने वाली पॉलीथिन का कचरा बाहर फेंकने से शहर की नालियां कचरे से अटी हैं। डम्पिंग यार्ड के कचरे पर गौर करेंगे तो वहां भी कचरे से अधिक पॉलीथिन नजर आती हैं।
बिगड़ी आबोहवा पॉलीथिन के कारण पर्यावरण की आबोहवा बिगडऩे लगी है। वन क्षेत्र सरिस्का में पॉलीथिन पहुंच गई है। जिससे वन्यजीवों के साथ पर्यावरण की आबोहवा बिगड़ती है। पालीथिन में भरकर पटका जाने वाला कचरा कई दिनों तक सड़ता है। जिसकी बदबू से पूरे शहर में बदबू फैलती है। मृत पशुओं के पेट 20 से 25 किलो से अधिक पॉलीथिन निकलता है।
सफाईकर्मियों को मिलेगी राहत पॉलीथिन बंद होने से शहर में सफाई करने वालों को बड़ी राहत मिल सकेगी। सफाई आसानी से होगी और कचरा कम फैलेगा। नालियों को साफ करने में मशक्कत कम हो सकेगी। पॉलीथिन के कारण नालियां पटी पड़ी हैं। कचरा पानी के साथ भी आगे नहीं बहकर जाता है। जब कचरा कम होगा तो नगर परिषद का कुछ राजस्व भी बचेगा। साफ-सुथरे शहर की श्रेणी में आने पर अलवर में रहकर गर्व महसूस करेंगे। इसके लिए सबके प्रयास जरूरी हैं।