जानकारी के अनुसार खैरथल कस्बे में बुधवार शाम को लॉक डाउन के दौरान कांस्टेबल कुंवर पाल ड्यूटी में तैनात था। उसके साथ वहां सादा वर्दी में कॉन्स्टेबल दीपक भी मौजूद था, जबकि दीपक की वहां ड्यूटी नहीं थी। दोनों पुलिसकर्मी वहां लोगों से बेवजह अभद्रता और गाली गलौज कर रहे थे। इन दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक भिवाड़ी अमनदीप सिंह को फोन पर शिकायत की गई। इसके बाद एसपी ने खैरथल थानाधिकारी दारा सिंह को मामले की जानकारी कर रिपोर्ट देने को कहा।
इसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों को खैरथल थाना अधिकारी दारा सिंह ने थाने पर बुला लिया। कुछ ही देर बाद पुलिस अधीक्षक ने दोनों कांस्टेबल कुंवर पाल और दीपक को थाने से हटा दिया और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ऑर्डरली रूम (ओआर) में तलब करने के आदेश दिए। एसपी के आदेश के बाद थानाधिकारी ने दोनों पुलिसकर्मियों से स्पष्टीकरण लिखवाया और फिर थाने के रोजनामचा रजिस्टर में उनके खिलाफ रपट डाली। इसके बाद एसपी के आदेशानुसार दोनों पुलिसकर्मियों को तत्काल थाने से रवाना कर दिया गया।
उधर, भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक अमनदीप सिंह का कहना है कि लॉक डाउन के दौरान बेवजह लोगों से अभद्रता करने वाले दोनों पुलिसकर्मियों को थाने से हटाकर ओआर में तलब किया गया है। इसके बाद दंड प्रक्रिया में पुलिस लाइन भेजा जाएगा।
थानाधिकारी बचाते रहे दोनों पुलिसकर्मियों को इस पूरे मामले में खैरथल थानाधिकारी दारा सिंह की लापरवाही भी सामने आई है। थानाधिकारी दोनों दोषी पुलिसकर्मियों को आखिर तक बचाते नजर आए। घटनाक्रम के करीब 2 घंटे तक थानाधिकारी कार्रवाई से बचते रहे और इधर-उधर टालमटोल करते रहे। एसपी के आदेश के बाद थानाधिकारी ने दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ रोजनामचा में रपट डाली और स्पष्टीकरण लिखवा कर उन्हें थाने से रवाना किया।