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अलवर

बेरोजगारों के साथ सरकार का मजाक, करोड़ाें रुपए का कर दिया नुकसान

राज्य सरकार की विद्या संबल योजना बेरोजगारों के लिए मजाक बन गई है। अलवर जिले के सरकारी स्कूलों में कुल 2 हजार 917 पदों पर ही 93 हजार 855 युवाओं ने फार्म भरे। जिन्होंने आवेदन करने में ही करोड़ों रुपए खर्च कर दिए। अलवर में युवाओं ने 2 करोड़ 34 लाख 63 हजार 750 रुपए तो फार्म भरने में ही लगा दिए। फार्म भरने के लिए आने-जाने का खर्चा व परेशानी हुई वो अलग है, लेकिन बेरोजगारों को ये कच्ची नौकरी के भी लाले पड़ गए हैं। दरअसल, सरकार ने इस भर्ती पर ही रोक लगा दी है।

अलवरNov 16, 2022 / 11:33 am

Jyoti Sharma

बेरोजगारों के साथ सरकार का मजाक, करोड़ाें रुपए का कर दिया नुकसान

बेरोजगारों के साथ सरकार का मजाक, करोड़ाें रुपए का कर दिया नुकसान

बेरोजगारों के साथ सरकार का मजाक, करोड़ाें रुपए का कर दिया नुकसान


अलवर. राज्य सरकार की विद्या संबल योजना बेरोजगारों के लिए मजाक बन गई है। अलवर जिले के सरकारी स्कूलों में कुल 2 हजार 917 पदों पर ही 93 हजार 855 युवाओं ने फार्म भरे। जिन्होंने आवेदन करने में ही करोड़ों रुपए खर्च कर दिए। अलवर में युवाओं ने 2 करोड़ 34 लाख 63 हजार 750 रुपए तो फार्म भरने में ही लगा दिए। फार्म भरने के लिए आने-जाने का खर्चा व परेशानी हुई वो अलग है, लेकिन बेरोजगारों को ये कच्ची नौकरी के भी लाले पड़ गए हैं। दरअसल, सरकार ने इस भर्ती पर ही रोक लगा दी है।
अलवर जिले में गेस्ट फैकल्टी योजना में कुल 2 हजार 917 पद थे, जिनमें व्याख्याता के 388, वरिष्ठ अध्यापक के 421, अध्यापक के 1796, शारीरिक शिक्षक के 295 पद थे। इसके लिए अलवर जिले में बेरोजगारो की लाइन लग गई। जिले में कुल 93 हजार 855 आवेदन पत्र भरे गए। एक फार्म भरने में 250 रुपए का खर्चा आया। इस हिसाब से 93 हजार 855 आवेदन पत्र भरने में 2 करोड़ 34 लाख 63 हजार 750 रुपए का खर्चा आया। इसमें और खर्चा अलग से है। युवाओं ने एक ही स्कूल में फार्म नहीं भरा। एक-एक युवा ने ही कई-कई स्कूलों में जाकर आवेदन किया है।
जिला शिक्षा अधिकारी नेकीराम ने बताया कि गेस्ट फैकल्टी योजना फिलहाल स्थगित कर दी गई है। इसमें आगामी आदेश का इंतजार है जिनके आने पर ही प्रक्रिया फिर से शुरू होगी।
इतना ही मिलना था मानदेय
सरकारी स्कूलों में रिक्त पदों पर लेवल-1 टीचर, लेवल-2 टीचर, लैब असिस्टेंट और शारीरिक शिक्षक को 300 रुपए प्रति घंटा एवं 21 हजार रुपए अधिकतम मासिक मानदेय मिलना था। वहीं, सीनियर टीचर, जो कक्षा 9 और 10 को पढ़ाते। उन्हें 350 रुपए प्रति घंटा एवं 25 हजार रुपए अधिकतम मासिक मानदेय दिया जाता। प्राध्यापक जो कक्षा 11 व 12 के छात्रों को पढ़ाते, उन्हें 400 रुपए प्रति घंटा एवं 30 हजार रुपए अधिकतम मासिक मानदेय दिया जाना था।
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यहां इतने आए आवेदन

कठूमर में 11 हजार 674, बहरोड़ में 4 हजार 111, किशनगढ़बास में 5 हजार 401, उमरैण में 5 हजार 825, कोटकासिम में 4 हजार 217, लक्ष्मणगढ़ में 5 हजार 433, थानागाजी में 5 हजार 948, मुंडावर में 5 हजार 363, रामगढ़ में 5 हजार 443, नीमराणा में 3 हजार 27, राजगढ़ में 7 हजार 72, रैणी में 3 हजार 289, तिजारा में 7 हजार 250, मालाखेड़ा में 4 हजार 518 और गोविंदगढ़ में 4 हजार 868 हैं।
बेरोजगारों ने कहा अब आगे भर्ती होगी या नहीं, पता नहीं
अलवर जिले के युवाओं का कहना है कि गेस्ट फैकल्टी में अल्पकाल के लिए हमने फार्म भरने में इतना पैसा और समय लगा दिया। अब चयन सूची आने से पहले इसको निरस्त कर दिया। सरकार को इस मामले में सोच-समझ कर पहले से ही निर्णय लेना चाहिए।
एक फार्म भरने में आया था 250 रुपए खर्चा
एक फार्म को भरने में ई मित्र से फार्म निकलवाने सहित कई प्रमाण पत्र इसमें लगाने होते हैं जिनमें निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, विकलांगता प्रमाण पत्र (यदि लागू हो तो, शैक्षिक और प्रशिक्षण दस्तावेज, जाति प्रमाण पत्र और चरित्र प्रमाण पत्र आवश्यक है। एक फार्म को भरने में करीब 250 रुपए तक का खर्चा आता है।

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