नशे के सौदागरों के ठिकानों तक पहुंच रहीं युवतियां
शहर के खारबास कच्ची में पेट्रोल पम्प के बगल वाली सड़क पर मोबाइल टावर के पास, गणेश गुवाड़ी में बराई माता मंदिर के समीप चढ़ाई पर एक दुकान में, स्कीम-तीन फैमिली लाइन में पुराना टीवी टावर के पीछे वाली गली में, चमेली बाग सामुदायिक भवन के पास, अखैपुरा वाल्मीकि बस्ती, प्रतापबंध तिराहा व वन विभाग चौकी के आसपास, लादिया मोहल्ला नई सड़क, अशोका टाॅकीज के समीप, महल चौक, पुराना कटला सुभाष चौक, सागर ऊपर, हजूरी गेट मोहल्ला, पहाड़गंज मोहल्ले में देवीजी के मंदिर से आगे पीपल के पेड़ के पास, फूटीखेल, मालन की गली, रूपबास रोड, मूंगस्का, एनईबी, नयाबास, कालाकुआं, विवेकानंद नगर, अग्रसेन चौराहा के समीप दुकानों पर, अग्रसेन ओवरब्रिज के नीचे, बहरोड़ रोड व आरटीओ ऑफिस के आसपास, विजय मंदिर, डहरा, चिकानी आदि नशे के सौदागरों के ठिकाने हैं। यहां चरस-गांजा और स्मैक आदि अवैध रूप से बेचे जा रहे हैं। नशे के सौदागरों के इन ठिकानों पर नशे के आदी युवकों के साथ-साथ युवतियां भी खूब पहुंच रही हैं।जोधपुर में 250 पुलिसकर्मियों ने 214 जगह छापे मारे, 7 एफआइआर दर्ज, 91 गिरफ्तार
यहां फूंकते हैं चरस-गांजा
अलवर शहर में चरस-गांजा और सिगरेट फूंकने या स्मैक का सेवन करने के कई ठिकाने बन चुके हैं। मोती डूंगरी के ऊपर व मोती डूंगरी पार्किंग, बायो डायवर्सिटी पार्क, प्रतापबांध, महल चौक, सागर ऊपर के आसपास, मूसी महारानी की छतरी, किशनकुंड, शांतिकुंज कॉम्पलेक्स, स्कीम-एक, स्कीम-दो, जीडी कॉलेज के पीछे, शिवाजी पार्क कॉम्पलेक्स सहित शहर में जगह-जगह चाय की थडि़यों पर बैठकर युवा नशे का सेवन कर रहे हैं।परिजन और समाज भी उतने ही जिम्मेदार युवा पीढ़ी को नशे की दलदल में धकलने के पीछे जितनी जिम्मेदार पुलिस है, उससे भी कहीं ज्यादा जिम्मेदार उनके पेरेंट्स और समाज है। युवक-युवतियां जब नशे की लत में पड़ते हैं तो उनके व्यवहार में बदलाव आ जाता है। वे अपने पर्स या जेब में नशे का सामान रखते हैं। इंस्टाग्राम और फेसबुक पर अपनी नशे की फोटो-वीडियो अपलोड कर रहे हैं, लेकिन पेरेंट्स का उन पर जरा भी ध्यान नहीं देते। अपने बच्चों को नशे की लत से दूर रखने या बचाने के लिए पेरेंट्स को उनके व्यवहार में बदलाव पर ध्यान रखना चाहिए। बच्चों से ऐसा व्यवहार रखें कि वे खुद को अकेला महसूस न करें तथा हर बात अपने पेरेंट्स से शेयर करें। पेरेंट्स अपने बच्चों की संगत, सोशल मीडिया अकाउंट और गतिविधियों पर निगरानी भी रखें। ताकि वे नशे की लत से दूर रखा जा सके।