जिले के किसानों की ओर से लाल प्याज के लिए कण तैयार कर लिया गया है, जो खेंतो से निकालकर भंडारण के लिए रख दिया है। जानकारों का कहना कि बारिश के दौरान कण का खराब होना स्वभाविक है। कण में हल्की सी नमी होने से सडऩ शुरू हो जाती है। इसके लिए किसानों ने कण भण्डारण के लिए अलग से घरों का निर्माण कर रखा है। जिनमें कण को सुखाने के लिए रख दिया है। इन घरों को बांसों से बनाया जाता है क्योंकि कण के लिए हवा का गमन होना आवश्यक है।