प्रियांशु और निशांत ने बताया कि वे एक ऐसा एप बना रहे हैं जो लोगों को अलर्ट कर देगा कि वे कोरोना संक्रमित है या नहीं। इस प्रोजेक्ट का नाम कोविड कैप्टन रखा गया है। इस एप्लीकेशन के जरिए सरकार के पास संक्रमित व्यक्ति की लोकेशन और नाम पहुंच जाएंगे। इसकी खासियत यह होगी कि ये बिना इंटरनेट के काम करेगा। अगर किसी के पास यह एप्लीकेशन नहीं है तो उस व्यक्ति की डिटेल भी पता चल सकेगी।
खाद्य सामग्री भी हर घर तक पहुंच सकेगी लॉक डाउन के दौरान जनता को सामान मिलना मुश्किल हो गया है, सामान की कमी के चलते चीजें ऊंचे दामों पर बिक रही है। इसके लिए उन्हें बाजार भी जाना पड़ रहा है, इन सब समस्याओं के निदान के लिए इन दो युवाओं ने खाद्य सामग्री वितरण पोर्टल लांच करने की योजना भी बनाई है।उन्होंने बताया कि लॉक डाउन के दौरान परचून दुकानदार आर्डर लेकर डिलीवरी कर रहे हैं। लेकिन इस तरह सरकार को कुल डिमांड का पता नहीं चल पाएगा। अगर लॉक डाउन और लम्बा चलता है तो मांग अधिक होगी और लोकल परचून के पास सामन की सप्लाई नहीं हो पाएगी।
सभी के लिए सप्लाई का प्रस्ताव प्रियांशु और निशांत पांडेय का दावा है कि इस एप के जरिए डिमांड के 24 घंटे के अंतराल के सामान व्यापार मंडल तक पहुंच जाएगा फिर व्यापर मंडल स्थानीय स्तर पर सामान की सप्लाई करेगा, इससे सरकार को विभिन्न क्षेत्रो की मांग का भी पता चल सकेगा।