हुआ यूं कि खैरथल थाना क्षेत्र के एक गांव में करीब दो माह पहले नाबालिग लडक़ी से सामूहिक बलात्कार किया गया। आरोपियों ने घटना के ऑडियो-वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। पता लगने पर पीडि़ता के चाचा ने बुधवार को खैरथल थाने में गैंगरेप का मामला दर्ज कराया। मामला दर्ज होते ही खैरथल थानाधिकारी संजय शर्मा ने मीडिया के कैमरों पर घटना की जानकारी देते हुए पीडि़ता के चाचा और गांव का नाम उजागर कर दिया।
उल्लेखनीय है कि थानागाजी गैंगरेप मामले में एफआईआर में देरी के कारण अलवर एसपी समेत कई पुलिस अधिकारियों पर गाज गिर चुकी है। इसके बाद भी खैरथल थानाधिकारी ने गैंगरेप पीडि़ता की एफआईआर दर्ज नहीं की। आखिरकार 30 जुलाई को पीडि़ता परिजनों के साथ पुलिस अधीक्षक से मिली। उनके आदेश के बाद ही खैरथल थाना पुलिस ने मन मारकर एफआईआर दर्ज की। हालांकि थानाधिकारी का कहना है कि पीडि़त पक्ष थाने सीधे पुलिस अधीक्षक के पास चला गया था। जहां से ई-मेल मिलने के साथ ही एफआईआर दर्ज कर ली गई। पुलिस ने बुधवार को पीडि़ता का किशनगढ़बास के सरकारी अस्पताल में मेडिकल कराकर गुरुवार को उसे किशनगढ़बास मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करके धारा-164 के तहत बयान कराए हैं।
एक आरोपी पकड़ा जांच अधिकारी किशनगढ़बास डीएसपी चांदमल चौधरी ने बताया कि जांच चल रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। एफआईआर एक परिवार के दो भाइयों और दूसरे परिवार के चार लोगों के नाम से दर्ज कराई गई है। दोनों पक्ष खनन व्यापार से जुड़े हुए हैं। पुलिस ने गुरुवार देर रात एक आरोपी को पकड़ लिया है।