अलवर के अत्याधुनिक मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं छात्रों व उनके परिजनों को पसंद आ रही है। प्रदेश स्तर कोटे की काउंसलिंग जयपुर में की जा रही है। फरवरी के अंत तक काउंसलिंग पूरी हो जाएगी और 100 सीटों पर प्रवेश मिल जाएगा। मार्च माह में अलवर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस का प्रथम सत्र प्रारंभ हो जाएगा। इएसआइसी प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज शुरु करने के लिए तैयारियां पूर्ण कर ली है। अधिकतर प्रोफेसरों की नियुक्ति की जा चुकी है।
श्रमिकों के बच्चों की 24 हजार सालाना फीस इएसआइसी मेडिकल कॉलेज में श्रमिकों के बच्चे 24 हजार रुपए सालाना फीस में एमबीबीएस करेंगे। 10 हजार रुपए हॉस्टल सहित अन्य शुल्क लगेगा। प्रदेश और ऑल इंडिया कोटे के अलावा 20 प्रतिशत कोटा श्रमिकों के बच्चों के लिए है। आगामी सत्र से सीटें बढाने का प्रयास किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने वाले इएसआइसी श्रेणी के अधिकतर बच्चे राजस्थान से हैं। उन्हें एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए राजस्थान से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
शैक्षणिक व हॉस्टल की तैयारियां पूरी इएसआइसी मेडिकल कॉलेज में शैक्षणिक व हॉस्टल की तैयारियां पूरी की जा चुकी है। हॉस्टल में बेड, फर्नीचर सहित अन्य आधुनिक सुविधाएं लगा दी गई हैं। ब्वॉयज व गल्र्स हॉस्टल में अलग-अलग मैस बनाए जाएंगे, जिससे उन्हें भोजन की सुविधा हॉस्टल में ही मिल सके।
अलवर मेडिकल कॉलेज छात्रों की पसंद इएसआइसी मेडिकल कॉलेज काउंसलिंग के तहत प्रवेश ले रहे छात्रों की पसंद बन रहा है। यहां भव्य इमारत और अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। अलवर मेडिकल कॉलेज शुरु होने से राजस्थान में इएसआइसी के बच्चों को सर्वाधिक लाभ मिला है। हमारा प्रयास है कि यहां पढऩे आ रहे छात्राओं को बेहतर शैक्षणिक व अन्य सुविधाएं प्रदान करें। एमबीबीएस के पहले सत्र की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं।डॉ. हरनाम कौर, डीन, इएसआइसी मेडिकल कॉलेज