पुरस्कार मुख्य अतिथि सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने प्रदान किया। इस अवसर पर वैज्ञानिक आर. ए. माशेलकर तथा बजाज ग्रुप के चेयरमैन राहुल बजाज भी उपस्थित थे। इमरान को एक प्रशस्ति पत्र, एक ट्रॉफी, पांच लाख रुपए का चेक प्रदान किया गया।
राहुल बजाज ने डिनर पर बुलाया रविवार की शाम बजाज भवन में इमरान सहित सभी पुरस्कार प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को डिनर पर बुलाया। बजाज ग्रुप के चेयरमैन राहुल बजाज, जूरी तथा जमनालाल बजाज फाउंडेशन के सदस्य उपस्थित थे। बजाज ने काफी देर तक इमरान खान से बातचीत की और उनकी ओर से बनाए गए एप और उनके उपयोग के बारे में जाना।
एप गुरु के नाम से चर्चित हैं इमरान खान अलवर के इमरान खान ने शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार के लिए कार्य किया है। उन्होंने बहुत से एप बनाकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय शिक्षा विभाग को नि:शुल्क दिए। इमरान तब चर्चा में आए जब नवम्बर 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लंदन में एक समारोह में इनका नाम लिया और बोला कि मेरा भारत इमरान में बसता है। इसके बाद इन्हें कई पुरस्कार प्रदान किए गए, जिनमें राज्य स्तरीय भामाशाह पुरस्कार, राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2018, राष्ट्रीय आईसीटी अवार्ड सहित कई पुरस्कार हैं।
चार श्रेणियों में पुरस्कार जमनालाल बजाज पुरस्कार प्रति वर्ष चार श्रेणियों में प्रदान किया जाता है। पहली बार राजस्थान से दो व्यक्तियों को यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। रचनात्मक कार्यों के लिए यह पुरस्कार भवानी शंकर कुसुम को तथा विज्ञान एवं तकनीक के लिए यह पुरस्कार इमरान खान को प्रदान किया गया। इस बार पुरस्कार कुल चार व्यक्तियों को दिया गया है। बजाज पुरस्कार चार श्रेणियों में दिया जाता है जिनमें रचनात्मक कार्य, ग्रामीण विकास के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का अनुप्रयोग, महिलाओं व बच्चों के कल्याण के लिए उत्कृष्ट कार्य तथा भारत के बाहर गांधीवादी मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए प्रदान किया जाता है।