शिक्षकों को 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस पर दिल्ली के विज्ञान भवन में उप राष्ट्रपति सम्मानित करेंगे। इस बार नई प्रक्रिया से राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए शिक्षकों का चयन किया गया है। पूरे देश में हर साल जहां 300 से अधिक शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है। वहीं इस बार मात्र 45 शिक्षकों का चयन किया गया है।
इसके लिए देशभर के 6615 शिक्षकों ने आवेदन किए थे। इमरान खान मेवाती संस्कृत शिक्षा विभाग में शिक्षक हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवम्बर 2015 में इंग्लैंड में एक भाषण के दौरान इमरान खान का जिक्र किया था। तब उन्होंने कहा था कि, मेरा भारत अलवर के इमरान खान में बसता है। खान ने अब तक 80 मोबाइल एप बनाकर नि:शुल्क देश के लिए समर्पित किए हैं। इनके करीब 1.5 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं। हाल ही में उन्होंने राज्य सरकार के लिए दिशारी एप का निर्माण भी किया है।
पुरस्कार बच्चों को समर्पित
इधर, इमरान खान ने कहा कि वे यह पुरस्कार माता—पिता, गुरुजनों के साथ ही विशेष रूप से सरकारी विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों को समर्पित करते हैं। सबसे ज्यादा प्रेरणा उन बच्चों से मिलती रही। यहां तक पहुंचने में मेरे परिवार, स्टाफ सदस्य व मित्रों का बड़ा योगदान रहा। उन्होंने शिक्षक के रूप में इस पुरस्कार के लिए उनके नाम के चयन को शानदार अनुभव बताया। इमरान रखान ने शिक्षकों के साथ अपने मूलमंत्र को साझा करते हुए कहा कि पुरस्कार के लिए नहीं बल्कि उन बच्चों के लिए मन से काम करें, जो हमारे विद्यालय में पढ़ते हैं। उनके लिए आप क्या सर्वोत्तम कर सकते हैं, वह करिए, ऐसा करने से नए रास्ते अपने आप खुल जाएंगे और जो सुकून मिलेगा, वहीं आपका असली पुरस्कार होगा।