खुद जिला कलक्टर इंद्रजीत सिंह भी पिछले दिनों कई बैठकों में अधिकारियों को मोबाइल बंद नहीं रखने के निर्देश दे चुके हैं, लेकिन सख्त कार्रवाई की हिदायत के बाद भी मोबाइल बंद रखने की आदत में सुधार नहीं आ पाया है।
विद्युत निगम की ओर से पिछले महीनों अपने अभियंताओं को मोबाइल बंद नहीं रखने की हिदायत दी थी। निगम के उच्च अधिकारियों का कहना था कि अभियंता मोबाइल पर लोगों की पीड़ा सुन उनका तुरंत निदान कराएं। इतना ही नहीं उपभोक्ताओं को उनकी शिकायतों के निस्तारण की सूचना भी मोबाइल पर देने के निर्देश दिए, लेकिन हो रहा है इसका उलटा।
खैरथल में एईएन का विभागीय मोबाइल स्विच ऑफ खैरथल में विद्युत निगम के एईएन का मोबाइल रविवार देर रात बाद स्विच ऑफ मिला, सोमवार दोपहर करीब 12 बजे तक भी एईएन का मोबाइल स्विच ऑफ का संदेश सुनाता रहा। खैरथल में उपभोक्ता बिजली आपूर्ति में व्यवधान आने पर एईएन को मोबाइल पर अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए कॉल करते रहे, लेकिन फोन नहीं उठ सका। इस कारण बिजली उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा।
मोबाइल बंद तो किसे सुनाए पीड़ा अधिकारियों के मोबाइल बंद रहेंगे तो उपभोक्ता अपनी पीड़ा अधिकारियों तक कैसे पहुंचा पाएंगे। इसी समस्या के निराकरण के लिए जिला कलक्टर व विद्युत निगम के उच्च अधिकारी समय-समय पर अपने अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों को मोबाइल पर लोगों की पीड़ा सुनने की हिदायत देते रहते हैं। लेकिन आदेश के बाद भी मोबाइल बंद रखने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं होने से अधिकारियों व कर्मचारियों में मोबाइल बंद रखने की प्रवृति बढ़ती जा रही है।
एईएन के स्थानांतरण के कारण नहीं उठ पाया होगा खैरथल में एईएन का पिछले दिनों स्थानांतरण हो गया है, इस कारण एईएन का चार्ज जेईएन के पास है। संभवत: जेईएन के पास एईएन वाला मोबाइल नहीं पहुंच पाया होगा। अभी जेईएन से एईएन वाले मोबाइल को चालू करने को कहता हूं। आगे से ऐसी समस्या नहीं आने दी जाएगी।
बीएस मीणा, अधीक्षण अभियंता, विद्युत वितरण निगम अलवर
वद्युत निगम के सहायक अभियंता सज्जन कुमार शर्मा का प्रमोशन होने के बाद बीस दिनों से चार्ज मेरे पास है ।मैने एईएन वाली मोबाइल सिम को बन्द किया हुआ है ।
सुनील जाटव, कनिष्ठ अभियंता खैरथल