शनिवार को सुबह से ही बाजार में सूनापन रहा। इस दिन सरकारी कार्यालयों का भी अवकाश था, जिसके चलते सरकारी सुबह के समय कार्यालय जाने वाले लोग घरों पर ही रहे। सुबह डेयरी के बूथों पर लोग दूध लेने के लिए आए लेकिन उनकी संख्या भी कम रही। काशीराम चौराहे पर दूध के बूथ पर खड़े व्यक्ति मनोहर ने बताया कि यहां रोज जितने लोग दूध लेने आते हैं, उससे बहुत कम संख्या में लोग आए हैं। बिजली घर चौराहे के समीप सडक़ किनारे एक महिला चूल्हे पर रोटी बना रही थी। यहां आने वाले ग्राहकों की संख्या कम थी। इनका कहना है कि अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन हमारे यहां रोटी खाते हैं। इस क्षेत्र में दो चाय के खोखे खुले हुए थे जबकि सडक़ पर भीड़-भाड़ नहीं थी।
समय: सुबह 11 बजकर 35 मिनट , स्थान : होप सर्कस क्षेत्र होपसर्कस पर इस समय खूब भीड़ रहती है। हर दिन यहां चारों तरफ दोपहिया वाहन खड़े रहते हैं, जिससे सडक़ पर निकलना मुश्किल हो जाता है। लेकिन शनिवार को यहां सडक़ पूरी तरह सूनी दिखी। कभी-कभार ही वाहन या पैदल व्यक्ति यहां से निकलता दिखाई दिया। यहां से गैस सिलेंडर की डिलीवरी करने वाला महेश जा रहा है। इसने पत्रिका को बताया कि शहर में बाजार पूरी तरह बंद है, यहां कोई चाय की दुकान तक नहीं खुली। बाजार में सब जगह दुकान बंद है।यहां से घंटाघर वाले सडक़ मार्ग पर, बस स्टैंड मार्ग व केडल गंज की तरफ वाली सडक़ पर एक भी ठेली नहीं दिखाई दे रही थी। बाजार में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा।
शनिवार को रहता है अधिक काम होप सर्कस क्षेत्र में ही अलवर के सभी प्रमुख बाजार हैं जिनमें जिले भर से ग्राहक ही नहीं रिटेल के दुकानदार भी आते हैं। यहां के एक मेडिकल दुकान संचालक ने बताया कि शनिवार और रविवार को यहां भीड़ सामान्य दिनों से अधिक रहती है। बंद के कारण संक्रमण आवश्यक रूप से कम होगा।मंडी रही पूरी तरह बंद-शनिवार को अधिकतर लोग मजबूरी में ही घर से बाहर निकले। इस दिन पुरानी सब्जी मंडी सहित कृषि उपज मंडी में कारोबार नहीं हुआ। थोक सब्जी मंडी में इस दिन प्याज की आवक नहीं हो सकी। यहां बाहर लगने वाली रिटेल की सब्जी की दुकानें नहीं लगी। इसके चलते अग्रसेन सर्किल से मूंगस्का को जाने वाली सडक़ पूरी तरह सूनी दिखाई दी।
शनिवार को सुबह लोगों ने कचोरी खाना नहीं छोड़ा। इस दिन बस स्टैंड के समीप व होपसर्कस क्षेत्र में कचोरी की ठेलियां नहीं लगी, जबकि अशोका टाकीज के समीप कुछ ठेली वाले कचोरी बेच रहे थे। बाजार में प्रभावी बंद का असर शाम तक देखा गया। शहर में मूंगस्का क्षेत्र में हनुमान चौराहे के पास दुकानें भी बंद करवाई। कई मोहल्लों में परचूनी की छोटी दुकानें खुली हुई थी लेकिन इनकी संख्या बहुत कम थी।
रविवार को आज मेले की तरह रहेगी भीड़, आत्मानुशासन जरूरी- शनिवार को प्रशासन की पहल पर बाजार पूरी तरह बंद रहे, लेकिन रविवार को बाजार में इतनी भीड रहती है जिसमें कोई भी सोशल डिस्टेंस की परवाह नहीं करता। प्रशासन का बाजार बंद के सफल प्रयोग के बाद रविवार को होने वाली भीड़ पानी फेर सकती है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह आत्मानुशासन रखें।