भाजपा ने अलवर शहर सीट पर गत विधानसभा चुनाव में 62 हजार से ज्यादा वोटों की प्रदेश में दूसरी बड़ी जीत हासिल करने वाले बनवारीलाल सिंघल को तीसरी बार मौका देने के बजाय नए चेहरे संजय शर्मा पर दांव खेला है। भाजपा ने इस बार सोशल इंजीनियरिंग में बदलाव कर अलवर शहर से ब्राह्मण प्रत्याशी को टिकट दिया है। पूर्व में भाजपा यहां वैश्य वर्ग में से टिकट देती रही है। भाजपा प्रत्याशी शर्मा लगभग तीन दशक से राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने भाजपा में युवा मोर्चा के सदस्य के रूप में राजनीति शुरू की। वे युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष, भाजपा के जिलाध्यक्ष पद रहे। वर्तमान में भी शर्मा भाजपा के जिलाध्यक्ष हैं।
टिकट मिलते ही पहली बात भाजपा के जिलाध्यक्ष एवं अलवर शहर विधानसभा प्रत्याशी संजय शर्मा ने कहा कि उन्होंने किसी भी विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मांगा था। पार्टी हाईकमान ने उन्हें अलवर शहर विधानसभा सीट से चुनाव लडऩे का आदेश दिया है। इन आदेशों की पालना करते हुए वे चुनाव लड़ेंगे और निश्चित रूप से पार्टी को जीत दिलाएंगे। टिकट घोषणा के कुछ ही देर बाद शर्मा पत्रिका से बातचीत कर रहे थे। शर्मा ने कहा कि अलवर शहर विधानसभा सीट से उन्हें भाजपा प्रत्याशी घोषित करने पर वे पार्टी आलाकमान का आभार व्यक्त करते हैं।
अलवर जिले के प्रत्येक कार्यकर्ता का धन्यवाद देते हैं उनके संघर्ष की ही पहचान वे बने हैं और उसी का परिणाम है कि जनता की आवाज पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें अलवर शहर विधानसभा सीट से प्रत्याशी चुनकर जनता की सेवा का मौका दिया है।