दो सो रोडवेज बसें मिली
इस समस्या का समाधान करते हुए रोडवेज ने कुछ महीनों पर करीब 560 नई बसों की खरीद के आदेश दिए। पहले चरण में करीब 200 बसें रोडवेज को मिली। जिन्हें आवश्यकतानुसार प्रदेश के कई डिपो में भेजा गया, लेकिन इनमें से कई बसें करीब तीन महीने बाद भी रूट पर नहीं चल सकी और वर्कशॉप में ही धूल फांक रही थी। रोडवेज मुयालय के प्रबंध निदेशक पुरुषोत्तम शर्मा ने आदेश जारी करते हुए ऐसी 24 बसें अन्य डिपो में भेज दी हैं।चालक-परिचालकों का टोटा
जानकारी के अनुसार प्रदेश के सभी डिपो में चालक और परिचालकों का टोटा बना हुआ है। जिसके कारण कई मार्गों पर बसों का संचालन नहीं किया जा रहा है। वहीं, चालक-परिचालकों के अभाव में कई रूट बंद कर दिए गए हैं। ऐसे में यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। चालक-परिचालकों की कमी के चलते ही कई नई बसों को रूट पर नहीं चलाया जा सका।अलवर से चूरू 4, कोटा 3 और उदयपुर 1 बस भेजी गई हैं। इसके अलावा भरतपुर से गंगानगर 4, तिजारा से बारां 1, जोधपुर से बारां 1, श्रीमाधोपुर से अजयमेरू 1, सवाई माधोपुर से उदयपुर 2, श्रीमाधोपुर से जोधपुर 1, जयपुर से उदयपुर 1, आबूरोड से चित्तौड़गढ़ 2 तथा सवाईमाधोपुर से चित्तौड़गढ़ 3 बसें भेजी गई हैं।
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