गौरतलब है कि कस्बे का सीएचसी भवन 1977 में बनाया गया था। शुरू में यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में संचालित हुआ, जो 2013 में इसे क्रमोन्नत कर सीएचसी का दर्जा दिया गया था, लेकिन जर्जर हालत के भवन में संचालित हो रहा हॆ। क्रमोन्नत के बाद सरकार ने यहां 30 पलंग स्वीकृत तो कर दिए, लेकिन यहां वार्ड एवं जगह नहीं होने के कारण इसकी क्रियान्विति आज तक नहीं हुई। हालात ये हैं कि प्रसूति और जनरल वार्ड भी एक है। यहां प्रसव के लिए आने वाली प्रसूताओं को परेशानी झेलनी पड़ती है। सुरक्षा के कोई संसाधन नहीं। इस संबंध में स्थानीय लोगों ने कई बार संबंधित विभाग, विधायक व व अन्य नेताओं को इस गंभीर समस्या से अवगत कराया, लेकिन किसी ने भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया। नगर पालिकाध्यक्ष अपने स्तर से प्रयासरत रहे। हालांकि प्रशासन ने भवन डिसमेंटल की अनुमति प्रदान कर करीब 5 करोड़ पचास लाख के बजट से सीएचसी भवन निर्माण की स्वीकृति दे दी, लेकिन इसकी क्रियान्विति का अभी इंतजार है।
50 साल से यह जमीन काश्तकारों के नाम थी जानकारी के अनुसार नया सीएचसी भवन करीब डेढ़ बीघा जमीन में बनेगा। 50 साल से यह जमीन काश्तकारों के नाम थी, जिनसे स्थानीय नगर पालिकाध्यक्ष सुमन रूपचंद ने जनसहयोग के साथ भागदौड़ कर करीब 43 काश्तकारों से समझाइश कर जनहित के लिए उन्हें प्रेरित किया और उनसे निःशुल्क दानपत्र अस्पताल के नाम लिखवाया गया। अब अस्पताल परिसर व उसके समीप जर्जर स्तिथि में मौजूद सरकारी स्कूल के भवन को मिलाकर करीब डेढ़ बीघा जमीन पर अस्पताल भवन का निर्माण कराया जाएगा, जिससे आमजन को पूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
पालिकाध्यक्ष की पहल सराहनीय सीएचसी में रोजाना ओपीडी करीब 700 तक रहती है। नगर पालिका अध्यक्ष सुमन रूपचंद का कहना हॆ कि करीब 50 – 60 वर्षों से सरकारी अस्पताल भूमि आवंटन के अभाव में जर्जर भवन में पूर्ण सुविधाओं के बिना संचालित हॆ। ग्राम पंचायत स्तर से व हाल में नगर पालिका स्तर पर निरंतर उच्चतम विभागीय लेवल पर उन्होंने इसके लिए प्रयास किए। जिसमें करीब 43 काश्तकारों से निःशुल्क दानपत्र अस्पताल के नाम लिखवा कर सफलता प्राप्त की। अब जल्द ही अस्पताल की भूमि पर सभी सुविधायुक्त अस्पताल भवन बनकर तैयार होगा, जिससे आमजन को पूर्ण व बेहतर चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सकेगी।
यह बोले जिम्मेदार टेंडर प्रक्रिया के लिए लिखा पत्र अधिशासी अभियंता चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ब्लॉक अलवर ने बताया कि जल्द टेंडर कराने के लिए मुख्य अभियंता चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जयपुर को पत्र लिखा गया है। टेंडर प्रक्रिया के तहत ही जल्द निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
……………….. जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा सीएमएचओ, अलवर डॉ. योगेंद्र शर्मा का कहना है कि सीएचसी के नवीन भवन का जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा। इससे ग्रामवासियों को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी। जिन्होंने भवन निर्माण के लिए भूमि दान दी है, उनका विभाग की ओर से आभार है।