‘द केरला स्टोरी’ फिल्म की कहानी केरल की चार लड़कियों के धर्मांतरण पर आधारित है, जिसके चलते बहुत से लोग इसको रिलीज करने के विरोध में थे, लेकिन आखिरकार फिल्म सिनेमाघरों तक पहुंच गई है। लव जेहाद पीड़िताओं के साक्षात्कार और रिसर्च पर आधारित फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ एक तरफ जहां मलयाली राज्य में व्याप्त धर्मांतरण का दर्द बयां कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ इस मुद्दे पर योगी सरकार के कड़े कदमों की सराहना हो रही है।
इसकी वजह योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में लव जेहाद और धर्मांतरण पर लगाया गया अंकुश है। 31 अक्टूबर 2020 को उत्तर प्रदेश में लव जिहाद मामलों को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि ऐसे मामलों को रोकने के लिये हम काम कर रहे हैं। हम जल्द कानून बनाएंगे। उसके बाद योगी सरकार ने 27 नवंबर 2020 को यूपी में विधि विरुद्ध धर्म सम्परिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश-2020 कानून लागू किया। उस समय सीएम योगी ने चेतावनी देते हुये कहा था कि ”जो लोग अपनी पहचान छिपाकर लड़कियों के सम्मान को ठेस पहुंचाते हैं, उनका राम नाम सत्य होगा”।
सीएम योगी ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुये अपनी बात कही थी। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ”हाई कोर्ट के अनुसार विवाह के लिये धर्म परिवर्तन जरूरी नहीं”। आपको बता दें कि उन दिनों यूपी में कई शहरों में एकाएक लव जिहाद के एक साथ कई मामले सामने आये थे।