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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज के उत्तराधिकारी शिष्य आनंद गिरि को आस्ट्रेलिया के सिडनी में दो महिलाओं के साथ अमर्यादित आचरण के आरोप लगने के बाद देश न छोड़ने की हिदायत दी थी। सुनवाई के दौरान उनका पासपोर्ट जमा कर लिया गया था। बता दें मई माह में आनंद गिरी अपने धार्मिक प्रचार प्रसार के लिए सिडनी गए थे। भारत वापस आने के एक दिन पहले वहां की पुलिस ने उन पर लगे आरोपों की जानकारी कोर्ट को दी थी,जिसके बाद उन्हें वहां रोका गया था । आनंद गिरी के गुरु महंत नरेंद्र गिरी महाराज ने जानकारी देते हुए बताया की फर्जी लागए गए आरोप मामले में आनंद गिरि को क्लीन चिट दे दी गई है और उन्हें तत्काल उनका पासपोर्ट दिए जाने के साथ ही भारत आने की अनुमति दी गई है।
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देश सबसे मजबूत धार्मिक पीठों में से एक और सनातन धर्म की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और बाघमबारी गद्दी मठ के महंत स्वामी नरेंद्र गिरी महाराज के उत्तराधिकारी से आनंद गिरी पर आरोप लगने के बाद से अखाडा परिषद सहित उनके लाखों अनुयायियों में हडकम्प मचा रहा।हालाकि आज उनके रिहा होने की सुचना के बाद मठ में उत्सव जैसा माहौल बना दिया और महंत नरेद्र गिरी बेहद खुश नजर आये और जानकारी साझा की । बता दें कि आनंद गिरी देश और दुनिया भर में योग गुरु के तौर पर जाने जाते है।
बीते कुंभ में आनंद गिरी के मठ में हजारों की तादाद में विदेशी शिष्य संगम नगरी पहुंचे थे। योग गुरु महंत आनंद गिरी योग और सत्संग के कार्यक्रम के चलते ऑस्ट्रेलिया गए थे। आरोप लगाया गया था की 2016 में एक घर में सत्संग के दौरान 29 वर्षीय एक महिला ने योग गुरु पर कमरे में अभद्रता और मारपीट करने का आरोप लगाया था। बाद में नवंबर 2018 पुलिस से एक 34 वर्षीय महिला ने भी मारपीट की शिकायत की थी। इस मामले में योग गुरु आनंद गिरी को आरोपी बताया गया था। जिसमे उन्हें क्लीन चिट दी गई है स्वामी आनंद गिरी प्रयागराज के बंधवा हनुमान मंदिर के छोटे महंत हैं और निरंजनी अखाड़े के प्रमुख पदाधिकारी हैं।