किसी भी क्षण मर सकता है आवेदन में कहा गया है कि अतीक उर रहमान का हृदय संबंधी गंभीर बीमारियों का एक लंबा इतिहास रहा है। मथुरा जिला जेल से पहले उसका एम्स, नई दिल्ली में इलाज चल रहा था। उसे उसकी स्वास्थ्य स्थिति के अनुकूल उचित देखभाल और चिकित्सा सुविधाओं से वंचित रखा गया है, जिसने उसकी चिकित्सा स्थिति को इस हद तक बढ़ा दिया है कि वह किसी भी क्षण मर सकता है। यह भी आरोप लगाया गया है राज्य और जेल अधिकारियों ने उनकी घातक बीमारी पर शायद ही कोई ध्यान दिया है। आवेदन में यह भी कहा गया है कि किसी भी तरह की देरी भयानक मौत का परिणाम हो सकता है और जिस तरह से स्टेन स्वामी की मृत्यु हुई थी, उसी तरह वह भी किसी भी तरह मर सकता है।
हाथरस जाते समय पकड़े गए थे रहमान को यूपी पुलिस ने एक पत्रकार सिद्दीकी कपन व अन्य लोगों के साथ हाथरस जात वक्त उस समय पकड़ा था जब वह गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मुलाकात करने जा रहे थे। उन पर पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की धारा 17 और 18, देशद्रोह (आईपीसी कीधारा 124-ए), धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना (आईपीसी की 153-ए), जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण रूप से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से किए गए कृत्य (आईपीसी की धारा 295-ए) और आईटी अधिनियम की धारा 65, 72 और 75 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया था।