दरअसल पीसीएस 2021 की प्रारंभिक परीक्षा (Pre Exam) के खिलाफ प्रतियोगी एकजुट हो गए थे। कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति का हवाला देते हुए प्रतियोगी परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रहे थे। प्रतियोगी मुख्यमंत्री, दोनों डिप्टी सीएम व आयोग के अधिकारियों को ई-मेल से पत्र भेजकर परीक्षा टालने की मांग की थी। इसके अलावा इंटरनेट मीडिया में ‘सुनो प्रतियोगियों की व्यथा’ नामक मुहिम भी चलाई थी। यूपीपीएससी ने सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा व सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा 2021 की तारीख 13 जून को प्रस्तावित की थी। परीक्षा कैलेंडर में दर्ज तारीख के अनुरूप तैयारियां भी शुरू कर दी गई थी।
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय का कहना था कि कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन बढ़ता जा रहा है। कोचिंग संस्थान बंद हैं। आवागमन का उचित प्रबंध नहीं है। इसके बीच आयोग पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा कराने काफी दिक्कतें होंगी। इस पर आयोग ने फैसला लेते हुए परीक्षा को स्थगित कर दिया। पीसीएस 2021 प्रारंभिक परीक्षा के लिए करीब सात लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। यूपीपीएससी में यह पहला अवसर जब आवेदकों की संख्या छह लाख से अधिक हुई है, जबकि इस बार पीसीएस में पदों की संख्या पिछले वर्षों की अपेक्षा कम है।
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पांच मार्च तक लिए थे ऑनलाइन आवेदन
आयोग ने पीसीएस 2021 के 400 और एसीएफ व आरएफओ 2021 के 16 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन (Online Avedan) पांच मार्च तक लिए थे। आयोग के अनुसार इस बार छह लाख 88 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। प्रतियोगियों का कहना है कि पहली बार इतनी संख्या में अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। पीसीएस 2020 के 487 पदों के लिए 5.95 लाख, जबकि पीसीएस 2019 के 453 पदों के लिए 5,44,664 अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरा था।