UPPSC की परीक्षा नियंत्रक अंजू लता कटियार को भेजा गया जेल, मेंस की परीक्षा स्थगित
दरअसल, समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान सैकड़ों भर्तियां जांच के दायरे में ही ऐसे में भाजपा सरकार में आयोग के अधिकारियों के खिलाफ हुए खुलासे को लेकर इसे राजनीतिक रंग देने की भी कोशिश की जा रही है भाजपा ने जहां बीते विधानसभा में आयोग को एक बड़ा मुद्दा बनाया था अब वही समाजवादी छात्र सभा समाजवादी युवजन सभा समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में इसे योगी सरकार को घेरने के लिए एक हथकंडे के तरह अपना रही है।अखिलेश यादव ने भाजपा पर बोला हमला, सीएम योगी को बताया चिलम मंत्री
वही लोक सेवा आयोग को चिलम आयोग लिखने को लेकर भाजपाइयों ने नाराजगी व्यक्त की है भारतीय जनता युवा मोर्चा के काशी प्रांत के शैलेंद्र मौर्य ने कहा कि यह ऊंची राजनीति है इससे ऊपर आना चाहिए भाजपा सरकार गिरफ्तारी पर रोक नहीं लगा रही है बल्कि तत्काल गिरफ्तार करके कार्यवाही कर आ रही है इससे आने वाले भविष्य में कोई भी आयोग में किसी भी तरह की हरकत करने की कोशिश नहीं करेगा।सपा शासन काल में तीन वर्ष पहले लोकसेवा आयोग में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों ने बड़ा आंदोलन किया था। उस दौरान ‘अहिर सेवा आयोग लिख दिया गया था। जिसकी खूब चर्चा हुई थी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने PCS 2016 का अंतिम परिणाम जारी हुआ था। परिणामों के पश्चात जब कुल 86 चयनित SDM प्रतियोगियों में 14 खास जाति के थे तब सामंतवादी और जातिवादिता के आकंठ में डूबे लोगों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के गेट पर ”अहिर सेवा आयोग” लिख दिया था।