बाधं रहा था बम
जानकारी के मुताबिक दुर्गा मंदिर के पास गली में आर्य बेसिक स्कूल के पास रहने वाले कुलदीप निषाद जो बिजली के मिस्त्री हैं। उनके घर की छत पर एक जोरदार धमाका हुआ। जिसमें उनका बेटा राज गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका बाया हाथ बम के धमाके में जख्मी हुआ है। उसे इलाज के लिए स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।राज छठवीं कक्षा का छात्र है। धमाके की सूचना पर मौके पर धूमनगंज इंस्पेक्टर शमशेर सिंह चौकी प्रभारी हर्ष वीर सिंह पहुंचे सीओ बृज नारायण सिंह भी मौके पर पहुंच कर जाँच पड़ताल शुरू की।
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बम बनाते हुए धमाका
पुलिस का दावा है कि धमाके के स्थान पर देसी बम बरामद हुआ है। साथ ही यह हादसा बम बनते समय धमाके के बाद हुआ है। बम डिस्पोजल स्क्वायड को बुलाकर जांच कराई गई बरामद बम को पानी की बाल्टी में डालकर स्क्वायड ने निष्क्रिय किया। जानकारी के मुताबिक साक्ष्य के लिए मौके से नमूना भी उठाया गया है। मगर घायल राज की दादी और परिजनों का कहना था कि रात छत पर अपने दो चचेरे भाइयों के साथ अलाव ताप रहा था। तभी अलाव में पड़ी बोतल फटने से धमाका हुआ था ।बम धमाके या बम बांधने की बात गलत बताई जा रही है। इसी बीच थाना प्रभारी धूमनगंज का कहना है कि इस घटना में बाल अपचारी के तौर पर घायल लड़के पर मुकदमा लिखा जाएगा। अगर अलावा में बोतल फटती तो और लोग भी जख्मी होते।
आएं दिन होते है हादसे
दरअसल बता दें कि प्रयाग में बम बांधने और बम से हमले की घटना यह पहली बार नहीं हुई है। आए दिन बम धमाके यहां होते रहे हैं अराजक तत्व बम बांधकर यहां वहां फेंक देते हैं। कई बार शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कूड़े में बम फटने से लोग जख्मी हुए हैं ।कभी गली में बम फटा है तो कभी खेल के मैदान में बम फटने से बच्चे घायल हुए हैं। बीते दिनों करेली में दो बच्चों की मौत बम फटने से हो चुकी है। यहां तक कि निवां में सेना का हैंड ग्रेनेड फटने से सालों पहले चार लोगों की मौत हो चुकी है।