पीछा करती कार पर क्यों नहीं गया ड्राइवर का ध्यान?
शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों के आधार पर पुलिस का कहना है कि हमलावरों ने कोर्ट से ही उमेश का पीछा किया।
कार से उतरते वक्त कोई एहतियात क्यों नहीं?
वीडियो में दिख रहा है कि उमेश पाल कार से बिल्कुल बेफिक्र होकर उतर रहे हैं। उनका गनर भी कंधे पर पीछे की तरफ कार्बाइन डाले हुए आराम से उतर रहा है। यहां तक कि जब उमेश उतर रहे हैं तो नगर आगे की तरफ देख रहा है। दोनों को देखकर ऐसा नहीं लगता है कि उनको आसपास किसी के होने का आभास भी है, जबकि उनसे कुछ मीटर पर ही हमलावर खड़े दिख रहे हैं।
तो बच जाती उमेश की जान…
वीडियो देखने पर लगता है कि अगर उमेश फोन पर बात करते हुए न होते और उनके दूसरे हाथ में थैला न होता तो शायद वो इधर-उधर ध्यान देते। उनके दोनों हाथ खाली होते तो शायद वो हमलावर से बचने की बेहतर कोशिश कर पाते, शायद वो भागने में कामयाब हो पाते।
उमेश पाल हत्याकांड के 47 सेकेंड.. कार रुकने से बम फेंकने तक क्या-क्या हुआ?
उमेश पाल की हत्या के बाद अब हम कह सकते हैं कि शायद ऐसा होता या वैसा होता, लेकिन उनकी मौत अब एक सच्चाई है। पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच के लिए 8 टीमें लगाई गई हैं। दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।