मामला प्रयागराज (Prayagraj) जिले का है। यहां की एक महिला की नाबालिग बेटी कुछ साल पहले रेप हो गया था। कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। बेटी को न्याय दिलाने के लिये वह मुकदमे की पैरवी कर रही है। महिला के अनुसार उतरांव थाने के सिपाही ने उसकी मदद की तो और मुकदमे के बारे में अपडेट भी देता। अगर महिला तारीख पर कोर्ट नहीं जा पाती तो सिपाही को हमदर्द समझकर उसी से अपडेट ले लेती।
शुरुआत में ऐसा लगा कि वह निस्वार्थ भाव से हमदर्दी के चलते एक पीड़ित बेटी की मां की मदद कर रहा है। पर कुछ ही दिनों में ये भरम भी टूट गया। सिपाही ने महिला के मोबाइल पर अश्लील तस्वीरें (Dirty Photos) भेजना शुरू कर दिया। यह देखकर महिला हैरान नह गई। आरोपी के पुलिस में होने से उसकी पहुंच के चलते उसने सिपाही की हरकत को नजर अंदाज कर दिया। इससे उसका हौसला और बढ़ा और वह अश्लील वीडियो (Dirty Video) भेजने लगा।
महलिा ने उसकी हरकत से परेशान होकर फोन कर ऐसा करने से मना किया पर वह नहीं माना। आरोप है कि 8 जून की रात फिर कईअश्लील वीडियो भेजे। अचानक एक दिन मां के मोबाइल पर आॅनलाइन क्लास करते समय बेटियों ने आरोपी सिपाही के भेजे हुए वीडियो देखे तो घबरा गईं। आखिरकार जब पानी सर से ऊपर पहुंच गया तो महिला ने उसे सबक सिखाने के लिये उतरांव थाने में शिकायत कर दी।
जब थाने में सुनवाई नहीं हुई तो महिला ने मुख्यमंत्री, डीजीपी, महिला आयोग, जनशिकायत प्रकोष्ठ के साथ ही डीएम और एसएसपी को पत्र देकर शिकायत की। उतरांव एसओ ने स्थानीय मीडिया से कहा है कि महिला की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। कुल मिलाकर महिला के आरोपों से एक बार फिर पुलिस विभाग को शर्मसार करने का आरोप उसी के सिपाही पर लग रहा है।