घट रहा है गंगा-यमुना का जलस्तर, बीमारी की बनी आसार सोमवार की शाम से गंगा-यमुना का जलस्तर में कमी देखने को मिल रहा है। ऐसे में बाढ़ से प्रभावित इलाके के लोगों के बीमार होने के आसार भी बढ़ गए हैं। प्राथमिक उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी चौकियां बना दी हैं, जहां डाक्टर व फार्मासिस्ट की दवाओं के साथ उपलब्धता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नानक सरन का कहना है कि जहां बाढ़ का पानी लौट रहा है वहां जल्द ही कीटनाशक दवा का छिड़काव कराने को टीम गठित कर दी गई है। छिड़काव करने से बीमारी फैलने से रुकेगी।
83 स्वास्थ्य चौकी हैं सक्रिय मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि बाढ़ को लेकर प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में 83 स्वास्थ्य चौकियां बनायी गई हैं, जहां सीएचसी और पीएचसी से डाक्टरों व फार्मासिस्ट की एक-एक टीमें तैनात हैं। 23 नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी राहत चौकियों में परिवर्तित किया गया है। यहाँ पर डॉक्टरों की चार टीमें 24 घंटे कार्यरत हैं। आपदा प्रबंधन प्रभारी डा. संजय बरनवाल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। सभी चौकियों को निर्धारित कर दिया गया है और 12 चौकियां पूरी तरह से सक्रिय हैं।
मदद के लिए इन नंबरों पर करें कॉल जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने 05322640645 और 05322972880 को हेल्पलाइन नंबर निर्धारित किया है। बाढ़ प्रभावित किसी क्षेत्र में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मौके पर नहीं मिल रह हैं तो इन नंबरों पर फोन करके सूचना दे सकते हैं। बाढ़ कंट्रोल रूम का नंबर 0532242706 है। नगर निगम प्रयागराज- 9450105231 है। इन नंबरों पर कॉल करके 24 घंटे में मदद ले सकेंगे।