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जानकारी के अनुसार 55 वर्षीय जीयुत यादव आयोग में कम्प्यूटर आपरेटर ग्रेड बी के पद पर कार्यरत थे और मूल रुप से गाजीपुर जिले के सैदपुर के रहने वाले थे। जीयुत यादव की मौत के बाद आयोग में सन्नटा छा गया। आयोग के अध्यक्ष प्रभात कुमारए सचिव जगदीश और परीक्षा नियंत्रक अरविंद मिश्रा समेत सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने आयोग परिसर में ही श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर लोगों के बीच जीयुत यादव के एक पूर्व अध्यक्ष के करीबी होने को लेकर कर्मचारियों के बीच काफी चर्चा भी रही।
वहीं दूसरी ओर इन दिनों आयोग की 2012 से लेकर 2017 के बीच हुई भर्तियों की जांच के लिए सीबीआई टीम की मौजूदगी को लेकर लोगों के बीच कानाफूसी होती रही। क्योंकि सीबीआई के नये एसपी विजेंद्र कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर से जांच टीमें अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ कर रही हैं। हांलाकि यूपी लोक सेवा आयोग कर्मचारी अधिकारी संघ के अध्यक्ष दिनेश पाण्डेय ने सीबीआई के अफसरों के किसी दबाव से इंकार किया है। उन्होंने कहा है कि सीबीआई जांच से कम्प्यूटर आपरेटर जीयुत यादव की मौत का कोई लेना.देना नहीं है। दिनेश पाण्डेय ने कार्डियेक अरेस्ट की वजह से मौत होने की बात कही है। हांलाकि बगैर पोस्टमार्टम कराये आयोग के अधिकारियों ने एक एम्बुलेंस के जरिए मृतक कम्प्यूटर आपरेटर जीयुत यादव का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव भेज दिया है।