जी हां, बाहुबली अतीक अहमद तो जेल में बंद जरूर हैं पर उनके बेटे उमर विपक्ष को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सरकार पर गंभीर आरोप से लेकर जनता के बीच अपनी सिम्पैथी पाने के लिए भी उमर हर वो कार्ड खेल रहे हैं। जो एक मंझा हुआ नेता अपनी लड़ाई जीतने के लिए करता है। सरकार के साथ साथ उमर ने सपा और बसपा को भी घेरने के लिए शब्दों के वो हर बाण छोड़े जिसका असर जनता के बीच हो और इस लड़ाई में अतीक को एक बार फिर जीत हासिल हो सके।
जेल में अतीक की दवाईयां और जरूरी सामान सरकार ने छीनवाया
उमर ने कहा कि पहले सरकार प्रताड़ित तो करती थी पर इसमें कुछ हद तक कमी थी। लेकिन जैसे ही हम अपनी लड़ाई में सफल होने लगे। सरकार ने हमें डराने के लिए पिता के खिलाफ गहरी साजिश की। भारी संख्या में पहुंची पुलिस बल ने बैरक की तलाशी लेने के बहाने पिता की दवाईयां और कई जरूरी सामान उनसे छिनवा लिया गया। जिससे उनकी हालत और भी बिगड़ने लगी। इतना ही नहीं उमर ने एक मेडिकल रिपोर्ट की काॅपी का हवाला देते हुए कहा कि डाॅक्टरों ने अतीक अहमद की चेकिंग के लिए जनवरी मंें ही उन्हें पीजीआई में दिखाने के लिए कहा था। लेकिन मार्च के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी अतीक का स्वास्थ्य परीक्षण नहीं कराया गया। जिससे साफ है कि सरकार उनको लेकर कितनी बेपरवाह है।
सपा को बताया बीजेपी की बी टीम
समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए उमर ने कहा कि सपा भाजपा की बी टीम है। बीजेपी को जिताने के लिए ही समाजवादी पार्टी के लोग चुनाव मैदान में उतरे हैं। लेकिन जनता को सब पता है। अतीक को जिताने का जनता ने मन बना लिया है। उमर ने ये भी कहा कि इसी तरीके से बिहार में भी बीजेपी को जिताने के लिए सपा के कई उमीदवारों को चुनाव लड़ाया गया था। लेकिन वहां भी उनका प्लान असफल रहा था।
भाजपा, सपा उम्मीदवारों को बताया बाहरी
चुनाव में जनता से अतीक के लिए वोट करने की अपील करते हुए उमर ने स्थानीय और बाहरी कार्ड भी खेला। उमर ने कहा कि सपा और भाजपा दोनों दलों के उम्मीदवार बाहरी हैं। जबकि अतीक अहमद अपनों के बीच के हैं और हमेशा लोगों के सुख दुख में काम आते रहे हैं। ऐसे में अगर बाहरी उम्मीदवारों को जनता जिताती है तो वो वोट लेकर फिर क्षेत्र में हाल जानने नहीं आएंगे। पर अतीक चुनाव पहले की तरह जनता के बीच रह कर लोगो की सेवा करेंगे।