मदरसे से अगवा की गई थीं नाबालिग लड़कियां
इलाहाबाद के करेली में लड़कियों के मदरसे में 17 जनवरी 2007 की रात बंदूक लेकर 3 लोग घुसे। बंदूक के दम पर सबको बंधक बनाया और लड़कियों से चेहरा दिखाने को कहा। लड़कियों का चेहरे देख 2 लड़कियों को अगवा कर साथ ले गए। गरीब घरों की ये बच्चियां मदरसे में ही रहकर पढ़ती थीं।
आरोप लगा विधायक अशरफ के साथियों पर
इस कांड में अतीक के भाई अशरफ के गुर्गों के शामिल होने के आरोप लगे। मामले में पुलिस ने जिस तरह से दो दिन बाद FIR की, रेप की धाराओं को बाद में जोड़ा। उसने लोगों को ये विश्वास दिल दिया कि कार्रवाई ना होने देने के पीछे अतीक और अशरफ ही हैं।
बसपा प्रमुख मायावती ने खुलेआम कहा कि बच्चियों से रेप करने वालों में सपा से जुड़े नेता और उनके गुर्गे शामिल हैं। उनकी सरकार आई तो वे सीबीआई जांच कराएंगी। मायावती करीब 100 गाड़ियों के साथ इलाहाबाद आ गईं।
फिर कभी नहीं जीते अतीक
इस घटना के बाद 2007 का विधानसभा चुनाव हुआ। इलाहाबाद पश्चिम से लड़े अशरफ बसपा की पूजा से हार गए। जिसके बाद खुद अतीक 2012 में हार गए। 2007 के बाद 2022 का विधानसभा छोड़ दिया जाए तो अतीक के परिवार ने यूपी का कोई चुनाव नहीं छोड़ा है, जिसमें वो ना उतरे हों। चुनाव-दर-चुनाव अतीक का परिवार जीतना तो दूर मुख्य मुकाबले से भी दूर होता रहा। मदरसा कांड को लेकर कहा जाता है कि इसने अतीक परिवार को मुस्लिमों के दिल से उतार दिया।