अतीक के खेमे में ख़ुशी
बीते दिनों पूजा पाल के खिलाफ सीबीआई ने हत्या का मामला दर्ज किया है। इस हत्याकांड में पूजा पाल सहित 10 लोग आरोपी बनाए गए हैं। पूजा पाल के खिलाफ सीबीआई का मुकदमा दर्ज करना अतीक अहमद के खेमे में छोटी ही सही लेकिन बड़ी खुशी की तरह आई है। पूजा पाल अभी तक सियासी मंच से लेकर अदालत की चौखट तक खुद को असहाय पेश करती रही है, लेकिन पहली बार सामना बराबरी का हुआ है। जब अतीक अहमद पर राजू पाल हत्याकांड के मामले में सीबीआई ने सुनवाई शुरू की है। तो वही पूजा पाल पर भी हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
पूजा पाल को मिल चुकी थी क्लीन चिट
शहर पश्चिमी की पूर्व विधायक पूजा पाल के खिलाफ ललित वर्मा हत्याकांड में मुकदमा दर्ज हुआ है बीते दो दिनों से सीबीआई ने शहर में डेरा डाल रखा है। सीबीआई ने वर्मा के परिजनों से हत्याकांड से जुड़े कागजात और जिस जमीन को लेकर विवाद था उसके पेपर इकट्ठे किए हैं। जयंती पर इलाके के रहने वाले ललित वर्मा की हत्या 2016 में गोली मारकर कर दी गई थी। इस मामले में पूजा पाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। ललित वर्मा के पिता मोहन वर्मा ने अपनी तहरीर में कहा था कि 2011 में एक जमीन के कब्जे को लेकर पूजा पाल के भाई और विनोद वर्मा में झड़प हुई थी। जिसके बाद पूजा पाल दोबारा चुनाव जीतने के बाद 3 फरवरी 2016 को उसके बेटे की गोली मारकर हत्या की गई थी ।इस मामले में पूजा पाल समेत छह लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई गई। इस मामले में पुलिस ने पूजा पाल को क्लीन चिट भी दे दी थी और परिवार में दुश्मनी बताकर भतीजे को हत्यारोपी बना कर जेल भेज दिया था।
पूजा पाल का कहना है कि ललित के परिवार से उनका कोई विवाद नहीं रहा है।उनके भाई और ललित के पिता में जमीन को लेकर झड़प हुई थी। लेकिन बाद में समझौता कर लिया गया था। ललित की हत्या के बाद उसके परिजनों को भड़काया गया। पहली बार दी गई तहरीर में उनका नाम शामिल ही नहीं था ।लेकिन अतीक अहमद ने साजिश करके वह तेरी बार दी गई तहरीर में पूजा पाल को नामजद किया गया। पूजा पाल के अनुसार एफआईआर में लिखवाया गया कि चार पहिया सवार हमलावरों ने गोली मार के हत्या की है। जबकि पुलिस ने जांच में खुलासा करते हुए बताया था कि गोली मारने वाले बाइक सवार थे। पूजा पाल ने सारी घटना को अतीक अहमद की साजिश करार दिया है । बताया कि घटना स्थल पर सीसीटीवी फुटेज में बाइक सवार नजर आए थे। राजू पाल की हत्या सीबीआई जांच के आदेश के बदले उन्हें फंसाने की साजिश रची गई ।उन्हें सीबीआई जांच पर पूरा भरोसा है और जल्द ही इस मामले में सच्चाई लोगों के सामने आएगी।
पूजा पाल बड़ी राजनितिक हस्ती
वही पूजा पाल के खिलाफ दर्ज किये मुकदमें को अतीक की जीत माना जा रहा है। नाम न लिखने के शर्त पर एक वरिष्ठ पत्रकार कहते है। पूजा पाल की पहले और अब स्थिति में बहुत फर्क है। पूजा सियासी हस्ती है उन्हें किसी मामले में फ़साना इतना आसन नही है उनके साथ भी सूबे कई बड़े राजनितिक और रसूख वाले लोग जुड़ें है। पूजा पाल पर मुकदमा होना अब भी ताकत की ताकत को दर्शाता है।