विभाग के कार्यों का प्रजेन्टेशन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंत्री ने सवाल किया कि ईज ऑफ डुइंग बिजनेष में प्रदेष दूसरे स्थान पर आने के बावजूद व्यापारियों की समस्याएं अभी भी क्यों है, उन्हें दूर किया जाए। भारत सरकार के पैरामीटर पर खरा उतरने के लिए हर सम्भव प्रयास रात दिन जुट कर टीम भावना से किए जायें ताकि आगामी सर्वे में उत्तर प्रदेष प्रथम स्थान पर आए। कोई भी बिजनेस इकाई स्थापित करने हेतु यदि एनओसी जारी करने में 7 दिन से अधिक समय लगा तो, इसे गम्भीरता से लिया जायेगा। इसके साथ ही ईस ऑफ लिविंग पर फोकस व नियमिकी दायित्व बोझ कम करने पर भी चर्चा की।
उन्होने इस बात पर भी ध्यान देने को कहा कि एक ट्रक चालक कितने कम समय में अपने प्रदेष के पार जा सकता है। नई रैंकिंग प्रणाली में इस बिन्दु पर भी अंक मिलेंगें। उन्होने महालेखाकार, उप्र द्वारा उठाये गये बिन्दुओं को भी बैठक के एजेण्डा में षामिल करने के निर्देष दिए तथा 100 दिन में कितने लोगों को रोजगार दे सकते है, की रूप रेखा बनाने के निर्देष दिए।
संजीव मित्तल ने बताया कि कोसी में उत्तर भारत की सबसे बड़ी आक्सीजन उत्पादन इकाई विकसित की जा रही है। यह परियोजना देष की सर्वाधिक आकर्शक परियोजना में षुमार की जाती है। इसी प्रकार नोएडा के मध्यम कैटेगरी मे सर्वाधिक स्वच्छ नगर चुना गया। उन्होने पिकप कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु 58 से बढ़ाकर 60 करने तथा उनकी एसीपी सम्बन्धित वैधानिक समस्याओं की भी चर्चा की।