दरअसल, असम के सिलचर से नई दिल्ली जा रही गाड़ी संख्या (14037) पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में जनरल कोच के अंदर ही दो युवक कंडे जलाकर हाथ सेंक रहे थे। इस मामले में रेलवे के पॉइंटमैन ने बड़ी ही सूझबूझ का परिचय देते हुए इसकी सूचना अधिकारियों को दी थी। उसने धुआं उठते देख लिया था, जिसके बाद अलीगढ़ के पास में ट्रेन को रोक कर दोनों युवकों को उतार लिया गया। पूछताछ के बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर ट्रेन को आगे रवाना कर दिया गया। इस घटना से कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया था।
एक न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, अलीगढ़ आरपीएफ पोस्ट कमांडर राजीव वर्मा ने बताया कि, ‘पुर्वोत्तर सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस के जनरल कोच में धुआं उठने की शिकायत प्राप्त हुई थी। जिसके बाद ट्रेन में मौजूद आरपीएफ पार्टी के पुलिसकर्मियों ने चमरौला रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रुकवाकर उपले जलाकर हाथ सेंक रहे लोगों को हिरासत में लिया था। अलीगढ़ स्टेशन आकर आरपीएफ थाने में 2 लोगों (फरीदाबाद निवासी देवेंद्र व चंदन ) के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है। हिरासत में लिए गए 14 अन्य लोगों की इस मामले में कोई संलिप्तता नहीं मिलने पर सख्त चेतावनी देने के बाद छोड़ा दिया था।’