जानकारी के मुताबिक, हादसे के वक्त बच्ची मकान में अकेले सो रही थी, जबकि घर के बाकी सदस्य बाहर बैठे थे। इसी बीच, अचानक तेज आवाज आई और घर गिर गया, जिससे चारों तरफ धूल की चादर फैल गई। घर गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। आनन-फानन में उन्होंने मलबे में दबी बच्ची को निकाला और अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सुबह 4 बजे हुआ हादसा
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, 7 सितंबर दोपहर डेढ़ बजे यह हादसा हुआ। बारिश की वजह से पुराना कच्चा मकान अचानक भर-भराकर गिर गया। भूप सिंह के साथ इस मकान में 11 लोग रहते थे, जिसमें उनकी पत्नी राजवती, बड़ा बेटा दिनेश उसकी पत्नी विमलेश, तीन बच्चे, छोटा बेटा विष्णु, उसकी पत्नी रजनी और दो बच्चे रहते थे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पोस्टमार्टम होने के बाद शव को परिजन को सौंप दिया जाएगा।