एएमयू में आरक्षण का मुद्दा आयोग के अध्यक्ष प्रो. कठेरिया की बैठक के बाद गरमा सकता है। इस बैठक में कुलपति व रजिस्ट्रार को भी आमंत्रित किया गया। बैठक से पहले ही सांसद सतीश कुमार गौतम मामले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। उन्होंने दो जुलाई को कुलपति को एक पत्र लिखा है। इसमें कहा है कि वर्तमान में उच्चतम न्यायालय में विवि प्रशासन द्वारा किस तर्कों के आधार पर दलितों व पिछड़ों के आरक्षण को लागू करने से रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। देश के सभी केन्द्रीय विश्वविद्यालय में संविधान के तहत आरक्षण का प्रावधान है। अलीगढ़ सांसद ने पत्र में लिखा है कि मेरे लोकसभा क्षेत्र अलीगढ़ के तहत आने वाले एक मात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय में दलित व पिछड़े वर्ग के छात्रों को शिक्षा से वंचित रखा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरा आग्रह है कि शीघ्र ही विवि प्रशासन द्वारा ऐसे प्रयास किए जाएं, जिससे इस वर्ग के विद्यार्थियों को भी शिक्षा प्राप्त करने के ज्यादा अवसर मिले।
बता दें कि सांसद सतीश गौतम मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर एएमयू में लगे होने का विरोध कर चुके हैं। इस विरोध के बाद सांसद सतीश गौतम काफी चर्चा में रहे। सांसद के विरोध के बाद एएमयू में कई दिनों तक विरोद प्रदर्शन का दौर चला। एएमयू में हालात तनावपूर्ण रहे थे। इस मामले पर अन्य राजनैतिक दलों की भी तीखी प्रतिक्रया आईं थीं, अब एक बार फिर सांसद सतीश गौतम ने एएमयू में दलित, ओबीसी छात्रों के लिए आरक्षण का मुद्दा उठाया है।