बाघ, चिंकारा (chinkara), चीतल (cheetal), सारस, मछुआरा बिल्ली (cat), गिद्ध, उडऩ गिलहरी, काला हरिण (balck deer), जंगली मुर्गा (cock), चौसिंगा (विलुप्त) read more: MDSU: फिर भागना पड़ेगा राजभवन, वरना नहीं हो पाएंगे एग्जाम
वन विभाग प्रतिवर्ष वैशाख पूर्णिमा पर वन्य जीवों की गणना (annual census) कराता है। इस बार भी 84 वाटर (water hole) पर गणना कराई थी। विभाग की कराई गणना में कई वन्य जीवों की कई प्रजातियों पर खतरा मंडराया हुआ है।
इस बार वन विभाग की गणना में पांच साल में पहली बार जिले में पैंथर (panther in ajmer) नजर आया था। ब्यावर के राजगढ़ इलाके में शावक के साथ मादा पैंथर (female panther) भी दिखी थी। कुंडाल में भी पैंथर को चिन्हित किया गया था। जबकि पिछले गणनाओं में पैंथर कभी नहीं चिन्हित हुआ था।