प्रभारी मंत्री बनने के बाद कटारिया का 20 दिन बाद बमुश्किल अजमेर आने का कार्यक्रम बना। इससे जिले के लोगों को उम्मीद बंधी थी कि वे प्रभारी मंत्री के समक्ष अपनी समस्याएं रख सकेंगे। लेकिन ऐनवक्त पर कटारिया का दौर रद्द होने से उनकी उम्मीदें धरी रह गई। उनके स्थान पर कार्यक्रम में पहुंचे मसूदा विधायक राकेश पारीक ने बताया कि प्रभारी मंत्री का सुबह ही उनके पास फोन आ गया था। उन्हें दिल्ली जाना पड़ गया, इसलिए वे कार्यक्रम में नहीं आ सके।
कई नेता रहे नदारद पटेल मैदान में शाम पांच बजे का कार्यक्रम रखा गया। बताया जा रहा है कि सुबह 11 बजे प्रभारी मंत्री कटारिया के अजमेर नहीं आने की सूचना प्रशासन को मिल गई। सूचना सार्वजनिक होने के बाद कई कांग्रेस नेताओं ने भी कार्यक्रम में नहीं जाने का मन बना डाला। इस पर मसूदा विधायक राकेश पारीक, अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी, पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, हाजी कयूम खान, नसीम अख्तर इंसाफ आदि ने कार्यक्रम की शुरुआत की। पूर्व विधायक डॉ.राजकुमार जयपाल, ललित भाटी, पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन आदि कार्यक्रम में नहीं दिखे।
जनप्रतिनिधि तो दो ही हैं – पारीक पारीक से जब पूछा गया कि कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि कम आए हैं तो उनका कहना था कि जिले में दो ही जनप्रतिनिधि हैं। बाद में उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों की बात कर रहे हैं। एक वे स्वयं और दूसरे डॉ.रघु शर्मा हैं। डॉ.रघु शर्मा अन्य जिले के प्रभारी मंत्री हैं, इसलिए वे नहीं आ सके। पारीक से जब पूछा गया कि प्रभारी मंत्री के रूप में लालचंद कटारिया अब तक अजमेर नहीं आए हैं तो उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।
न मुलाकात, न जनसुनवाई मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा है कि प्रभारी मंत्री हर महीने अपने जिले का दौरा कर आमजन की शिकायतों का वहीं पर निस्तारण करवाएंगे। लेकिन कटारिया को प्रभारी मंत्री बने 20 दिन हो गए। आज तक वे न तो अजमेर आए हैं और न ही अधिकारियों के साथ बैठक की और न ही जनसुनवाई की है।