खासकर राजसमंद व चित्तौड़ जिले की बारिश का पानी ही बीसलपुर बांध की भराव का मुख्य आधार है। संतोष की बात यह है कि दोनों जिलों में इन दिनों मानसून खासा सक्रिय है। सोमवार रात १० बजे तक बीसलपुर बाध में 310.26 आरएल मीटर पानी दर्ज किया गया।
बांध सूत्रों के अनुसार पानी आवक की गति ऐसी ही रही तो यह जल्द ही छलछला सकता है। फिलहाल जयपुर,टोंक व अजमेर जिले के लिए फरवरी माह तक का पेयजल मुहैया हो गया है।
राज्य सरकार की चिंता कम बीसलपुर बांध में पानी की कमी को लेकर राज्य सरकार को जो चिंता था। वह काफी कम हो रही है। जुलाई माह में मानसून की बेरूखी से ऐसा लग रहा था कि इस साल भी बांध खाली रह सकता है,लेकिन अगस्त माह में बारिश में तेजी आई है।
इन दिनों मानसून सक्रिय है। हर रोज कभी तेज तो कभी मध्यम गति की बारिश होने से बांध में पानी की आवक जारी है। बीते 24 घंटों में 12 सेमी पानी की आवक दर्ज की गई है। त्रिवेणी 1.75 मीटर ऊंचाई पर बह रही है। इससे बांध का जलस्तर तेजी बढ़ रहा है।
बांध का गेज नहीं बढ़ रहा बांध के एईएन मनीष बंसल ने बताया कि बांध में पानी की आवक तो अच्छी है मगर जल भराव क्षेत्र में फैलाव से बांध का गेज बढ़ नहीं रहा। बांध में पांच सेमी पानी की आवक के बाद गेज 1 सेमी बढ़ता है। वैसे बीसलपुर बांध में पर्याप्त पेयजल एकत्रित हो गया है। गौरतलब है कि गत वर्ष 2018 सितंबर में बांध का गेज 310.24 आरएल मीटर पर आकर ठहर गया था। बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है।