ताक में ही रखी थी अलमारी की चाबी
इसमें बताया कि 25 नवम्बर अपराह्न 3 बजे वह परिवार के साथ घर के ताला लगाकर गांव में हो रही कथा में चले गए और शाम 5 बजे वापस लौटे। 27 को सुबह 10 बजे पत्नी सन्तोष ने अलमारी खोली तो उसमें से सोने की कंठी, दो रकडी, चांदी की दो जोड़ी पायजेब, सोने का कान का सेट, सोने का हार, चांदी की कणकती समेत 5000 नकदी नदारद थे। अलमारी की चाबी ताक में ही रखी थी। चोरी करने वाले ने अलमारी का ताला चाबी से ही खोला। छत का गेट खुला हुआ था। किशनगढ़ थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
भान्जे पर जताया संदेह
रामस्वरूप का भान्जा सेठू 4-5 दिन से उसके पास ही रह रहा था। उसने इसे नशे का आदी बताते हुए चोरी का संदेह जताया। उसके छत से कूदते देखने की बात भी कही।
यकीन में बदला शक
रामस्वरूप ने रिपोर्ट में भान्जे सुरेन्द्र मालाकार उर्फ सेठू पर चोरी का संदेह जताया। पुलिस टीम ने सुरेन्द्र उर्फ सेठू को दस्तयाब कर पूछताछ की तो उसने वारदात अंजाम देना कबूल लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से सोने की कंठी, रकड़ी, सोने के टोप्स, सोने का हार, दो जोड़ी पायजेब को जब्त किया।
बरामद जेवरात की कुल कीमत करीब 9 लाख
बरामद किए जेवरातों की कुल कीमत करीब 9 लाख रुपए है। पुलिस ने प्रकरण में गोशाला के पीछे शांति कॉलोनी सांवतसर निवासी सुरेन्द्र मालाकार उर्फ सेठू (24) को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि सुरेन्द्र नशा करने का आदी है। वह वारदात से कुछ दिन पहले ही मामा रामस्वरूप के घर आया था। मामा का परिवार गांव में कथा सुनने गया तो मौका पाकर सुरेन्द्र ने मामा के घर से जेवर व नकदी पार कर ली।