कांग्रेस को अपने गिरेबां में झांकना चाहिए
सुरेश सिंह रावत ने कहा कि कांग्रेस को रामनाम से चिढ़ है। मुख्यमंत्री ने
राजस्थान और मध्यप्रदेश के पहले अक्षर को मिलाकर परियोजना का नाम रामसेतु रखा है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष
डोटासरा झूठ बोलकर गुमराह कर रहे हैं। कांग्रेस को अपने गिरेबां में झांकना चाहिए।
ईआरसीपी बदला एक बार फिर नाम
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना (पीकेसी) का नाम बदलकर रामजल सेतु लिंक परियोजना कर दिया था। पीकेसी को पहले ईआरसीपी के नाम से जाना जाता था।
2054 तक मिलेगा शुद्ध पेयजल
सुरेश सिंह रावत ने कहा कि रामजल सेतु लिंक परियोजना से 17 जिलों को 2054 तक शुद्ध जल मिलेगा। 522 एमसीएम पुन: चक्रित जल सहित 4.012 मिलियन क्यूबिक मीटर जल मिलेगा। काली सिंध का 50 प्रतिशत जल मिलेगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने बीते 17 दिसम्बर को 10 हजार करोड़ के कार्यों का शिलान्यास किया।
कांग्रेस ने नहीं दिया बजट
कांग्रेस ने पांच साल के कार्यकाल में परियोजना के लिए कोई बजट जारी नहीं किया। सरकार होटलों में व्यस्त रही। भाजपा सरकार ने 9600 करोड़ रुपए के टेंडर जारी कर दिए हैं। द्वितीय चरण के कामकाज को लेकर भी प्रक्रिया जारी है।