वोट देने के बाद छात्र-छात्राओं ने परिसर के बाहर सेल्फी (selphie) ली। उन्होंने अंगुली पर लगी नीली स्याही (blue ink) और आईकार्ड (i-card) दिखाते हुए मोबाइल में फोटो कैद (phot) किए। कई विद्याथर्ई सेल्फी और फोटो तत्काल फेसबुक (facebook) पर अपलोड करते दिखे। वॉट्स एप ग्रुप में (whats app) भी फोटो और वीडियो भेजने का दौर चलता रहा।
मतदान के दौरान प्रत्याशियों ने प्रचार का अनूठा ढंग निकाला एसपीसी-जीसीए (spc-gca) में कई प्रत्याशी विजिटिंग कार्ड (visiting card) के पीछे अपना छोटा पेम्पलेट चिपकाए लाए। ड्यूटी पर तैनात व्याख्याताओं ने ऐसे कार्ड पकडकऱ जब्त (cards) भी किए। प्रत्याशी और उनके समर्थक खुलेआम वोट मांगते नजर आए।
सभी संस्थाओं में मुख्य द्वार पर छात्र-छात्राओं (students) की कड़ी जांच की गई। आईकार्ड के बिना किसी विद्यार्थी को परिसर में फटकने नहीं दिया गया। पुलिस (police) और संस्थानों की सख्ती के आगे विद्यार्थियों, प्रत्याशियों और समर्थकों के मंसूबे धरे रह गए। आईकार्ड धारक (students i-card) विद्यार्थियों को ही मतदान करने दिया गया।
एडीएस विश्वविद्यालय-कायड़ चौराहा पर पिछले दिनों हुई मारपीट के बाद पुलिस जबरदस्त मुस्तैद दिखी। उप अधीक्षक डॉ. प्रियंका, सिविल लाइंस थाना (civil lines thana) प्रभारी नरेंद्र मीणा ने मोर्चा संभाला। यहां छात्रों की नारेबाजी और शोर मचाने पर पुलिस उन्हें बार-बार खदेड़ती दिखी। परिसर के (campus) आसपास खड़े वाहन जब्त किए गए। पुलिस की सख्ती के आगे छात्रनेता बेबस नजर आए। कुछ नेताओं ने जोर अजमाइश की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रवाना कर दिया।
शांतिपूर्ण व्यवस्था के तहत जीसीए चौराहा सहित मदनगोपाल मार्ग, ब्यावर रोड एनसीसी कार्यालय पर बेरीकेडिंग लगाई। दयानंद कॉलेज के सामने डिवाइडर (divider) पर बने कट पर रस्से बांधे गए। एमडीएस यूनिवर्सिटी के प्रवेश द्वार (main gate) और लाइब्रेरी के सामने भी बल्लियां लगाई गई।
उप अधीक्षक डॉ. प्रियंका, कृषि विभाग के उपनिदेशक वी. के. शर्मा और अन्य। जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा और एस. पी. कुंवर राष्ट्रदीप ने कार्यपालक मजिस्ट्रेट और थाना प्रभारियों से रिपोर्ट ली।