शहर सहित जिले के अधिकांश सरकारी और निजी कॉलेज एवं महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के आईकार्ड (students i-card) नहीं बन पाए हैं। ऐसा तब है जबकि छात्रचुनाव (students eelction 2019) के महज 9 दिन बचे हैं। शैक्षिक सत्र 2019-20 की शुरुआत के 47 दिन भी बीत गए हैं। नियमानुसार स्नातक (U.G.)और स्नातकोत्तर (P.G.) कक्षाओं में प्रवेश होने के साथ-साथ विद्यार्थियों के आईकार्ड भी बनने चाहिए। ताकि विद्यार्थियों को समय रहते आईकार्ड मिल जाएं। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है। सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी अब आईकार्ड बनाने में जुट गई हैं।
छात्रसंघ चुनाव के लिए प्रत्याशी 22 अगस्त को सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक नामांकन करेंगे। कॉलेज और विश्वविद्यालय तक ढोल-ढमाकों (BANDS) के साथ पहुंचेंगे। प्रत्याशी वाहन रैली निकालने के अलावा शक्ति प्रदर्शन भी करेंगे। हालांकि नामांकन (nomination) के दौरान कॉलेज और विश्वविद्यालय परिसर में सिर्फ प्रत्याशियों (candidates)और उनके समर्थकों (supporters) को ही अंदर जाने की अनुमति मिलती है, लेकिन इस दौरान संस्थानों को आईकार्ड या रसीद देखनी जरूरी होगी। साफ तौर पर संस्थाओं को महज 10 दिन में सभी विद्यार्थियों के आईकार्ड बनाकर बांटने होंगे।
जे. एम. लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुसार शहर की दीवारों पर पोस्टर, बैनर, होर्डिंग लगाने पर पाबंदी है। इसके बावजूद कई छात्र-छात्राओं ने प्रिन्टेड मैटर (printed matter), पोस्टर (poster), बैनर (banner), पेम्पलेट (pamplet) चिपकाए हैं। फिलहाल नगर निगम ने इनके खिलाफ सम्पत्ति विरुपण अधिनियम के तहत मामले दर्ज नहीं कराए हैं। ऐसा हुआ तो छात्र-छात्राओं के नामांकन करने पर दिक्कतें बढ़ सकती हैं।