जिले में एक ही पद पर कामकाज का भारी बोझ होने के बावजूद रिक्त पदों के चलते एक ही अधिकारी को तीन-तीन अधिकारियों का कार्यभार दे रखा है। इसके चलते कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। वहीं आमजनता को समय से राहत नहीं मिल पा रही है। धौलपुर उपखण्ड अधिकारी के पास एसडीएम के अलावा एसीएम का भी चार्ज है।
राजस्व विभाग की पहली कड़ी ही आधी..
जिले में राजस्व विभाग की पहली कड़ी पटवारी ही करीब आधी संख्या में काम कर रहे हैं। जिले में २०२ पटवार मंडलों में से ८८ पटवार मण्डल खाली चल रहे है। इसे लेकर ही पटवारी भी अपनी मांगों को लेकर इन पटवार मण्डलों में कार्य नहीं कर रहे हैं।
जिले में सात तहसील में से एक में ही तहसीलदार
बड़ी अचरज की बात है कि जिले में सात तहसीलों में से केवल एक में ही तहसीलदार है। जबकि अन्य छह धौलपुर, सरमथुरा, मनिया, राजाखेड़ा, बसेड़ी व सैपऊ में तहसीलदार ही नहीं है। वहीं उप पंजीयक, तहसीलदार चुनाव के पद भी रिक्त चल रहे है। धौलपुर तहसीलदार का पद भार भू अभिलेख तहसीलदार को ही सौंप रखा है। उनके पास चुनाव व उप पंजीयक का कार्यभार है। इसी प्रकार सहायक कलक्टर का पद भी पिछले छह माह से रिक्त चल रहा है। जिले में नायब तहसीलदार के १६ पदों में से १३ खाली हैं। नायब तहसीलदार के पदों पर वरिष्ठ भू अभिलेखों का कार्य भार सौंप रखा है।
लगाने का बाद भी नहीं करते कार्यभार ग्रहण
इसे धौलपुर के प्रति अधिकारियों की अरुचि मानें या राजनेताओं की उदासीनता कि, राज्य सरकार की ओर से तहसीलदार व नायब तहसीलदार को धौलपुर में स्थानांतरित किया जाता है तो वे कार्यभार ही ग्रहण नहीं करते हैं। वर्तमान में कई तहसीलों में नायब तहसीलदारों के पदों पर वरिष्ठ गिरदावर लगे हैं, वे राजनेताओं के कथित चहेते बन जाते हैं। ऐसे में कुछ तो अधिकारी नहीं आते हैं या फिर कहीं लगवाना ही नहीं चाहते हैं। इसका खमियाजा आमजनता को भुगतना पड़ रहा है। धौलपुर में भी अभी तहसीलदार तथा मनिया व राजाखेड़ा में नायब तहसीलदार का स्थानांतरण किया गया है, लेकिन किसी ने भी कार्यभार ग्रहण नहीं किया है।
राजस्व विभाग आंकड़ों में
पद स्वीकृत रिक्त डीएम ०१ ०. एडीएम ०१ ० . एसडीएम ०६ ०. एसीएम ०१ ०. तहसीलदार ८ ६. नायब १६ १३. पटवारी २०२ ८८.