सचिव पी. सी. बेरवाल ने बताया कि 11 मई 2007 के तहत आयोग ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में प्रवक्ता टेक्सटाइल डिजाइनिंग का साक्षात्कार परिणाम जारी किया था। उच्च न्यायालय के आदेशों की अनुपालना में एक सामान्य (पुरुष) का पद रिक्त रखा गया था।
रिट याचिका खारिज होने पर आयोग ने परिणाम जारी कर सुधांशु शर्मा (नामांक 100021) का मुख्य सूची में मेरिट क्रमांक 10 ए पर चयन किया। इस अभ्यर्थी को शैक्षिक/प्रशैक्षिक दस्तावेजों सहित विस्तृत आवेदन पत्र भरने के लिए पत्र भेजा गया। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अभ्यर्थी के 3 अक्टूबर तक व्यक्तिगत रूप से विस्तृत आवेदन पत्र जमा नहीं कराने पर आयोग इसका चयन रद्द करेगा।
उत्तर भारत में मशहूर है यह कॉलेज, गल्र्स को उठाना पड़ा यह कदम क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान के कन्या छात्रावास में इंतजाम ठीक नहीं होने के खिलाफ छात्राओं ने आंदोलन किया। कई छात्राएं हॉस्टल में नहीं गई। लगातार दो दिन कॉलेज और जिला प्रशासन से उन्हें कोई राहत नहीं मिल पाई। अब छात्राओं ने जल्द उग्र आंदोलन की रणनीति बनाई है।
क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान में विभिन्न प्रांतों की छात्राएं बीएससी, बीएड बीएड और अन्य पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत हैं। छात्राओं के लिए लक्ष्मीबाई छात्रावास बना हुआ है। छात्राओं की मानें तो संस्थान प्रशासन ने उन पर बेवजह की पाबंदी लाद रखी हैं। उन्हें परिसर में शाम को 6 बजे बाद घूमने-फिरने नहीं दिया जाता। जबकि छात्रों पर कोई पाबंदी नहीं है। इसेक अलावा मैस में प्लेट और बर्तन नहीं है। परिजनों के मुलाकात के लिए कोई कक्ष अथवा आगंतुक कक्ष नहीं बनाया गया है। कोई दुर्घटना या आकस्मिक रूप से तबीयत बिगडऩे पर त्वरित चिक्तिसा व्यवस्था नहीं मिलती। एम्बुलैंस की व्यवस्था भी नहीं है।
परिसर में बिताई रात आंदोलन छेडऩे वाली छात्राओं ने परिसर में ही रात बिताई। उन्होंने हॉस्टल पर जाने से इन्कार कर दिया। इसको लेकर संस्थान प्रशासन सवालों के घेरे में है। छात्राओं को ठंडे मौसम में खुला छोड़ दिया गया। इनमें कई छात्राएं ने हाल में प्रवेश लिया है। जबकि कई सीनियर भी हैं। डीन और कई शिक्षक उन्होंने समझाने पहुंचे। लेकिन फिलहाल कोई राहत नहीं मिली है।