चार साल में दो बार फॉर्म भरे, रिजल्ट फिर भी नहीं…..
रक्तिम तिवारी/अजमेर. चार साल में दो बार आवेदन और एक मर्तबा साक्षात्कार लेने के बावजूद राज्य के 11 इंजीनियरिंग कॉलेज को स्थाई प्राचार्य नहीं मिल पाए हैं। शिक्षकों को अस्थाई प्रभार देने का कामचलाऊ जुगाड़ जारी है। कानूनी अड़चनों, एनआईटी या इनके समकक्ष संस्थानों के शिक्षकों की अरुचि और विभागीय अड़ंगों के चलते स्थाई नियुक्तियां नहीं हो रही हैं।
अजमेर, भरतपुर, बारां, झालावाड़ और अन्य इंजीनियरिंग कॉलेज में स्थाई प्राचार्यों की नियुक्ति के लिए तकनीकी शिक्षा विभाग ने फरवरी-मार्च 2020 में ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। विभाग ने आवेदनों की छंटनी भी कर ली। लेकिन लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण से मामला अटक गया। इससे पहले साल 2018 में भी विभाग ने आवेदन भरवाए थे।