सूत्रों के मुताबिक भैरोसिंह गुर्जर ने पूछताछ में आरएएस भर्ती परीक्षा २018 के साक्षात्कार में अधिक अंक दिलवाने के एवज में वसूली जा रही 23 लाख रुपए रिश्वत की रकम में खुद का कोई लेना देना नहीं बताया। उन्होंने एसीबी को बताया कि नरेन्द्र पोषवाल कभी भी उनका निजी सचिव नहीं रहा। नरेन्द्र सिकंदरा टोल पर रहता था, यहां आने जाने के दौरान ही उससे मुलाकात होती थी। हालांकि अनुसंधान अधिकारी ने भैरो सिंह गुर्जर से रिश्वत प्रकरण में क्या सवाल पूछे इसको गोपनीय रखा गया है।
डीजी सोनी ने बताया कि भैरोसिंह गुर्जर से पूछताछ में जो चीजें सामने आई है। उनकी तस्दीक की जा रही है। गौरतलब है कि एसीबी के अनुसंधान अधिकारी ने भैरोसिंह गुर्जर के जयपुर व अजमेर आवास पर 14 जुलाई को नोटिस चस्पा कर 15 जुलाई को एसीबी अनुसंधान अधिकारी के समक्ष पक्ष रखने के लिए बुलाया था। लेकिन तब उनके एडवोकेट एसीबी मुख्यालय पहुंचे थे और भैरोसिंह गुर्जर के धार्मिक यात्रा पर होने का हवाला दे जयपुर आने पर पेश होने का पत्र दिया था।