प्लेटफॉर्म एक पर वाटर कूलर में ठंडा पानी नहीं मिला। आरओ की स्टॉल पर एक लीटर की बोतल भरवाने पर 5 रुपए लिए गए। वहीं, बोतल सहित 10 रुपए वसूले गए। जबकि नियमानुसार बोतल सहित 8 रुपए लिए जाने चाहिए। यहां स्टॉल चालक 2 रुपए अधिक वसूलते मिले। वहीं, दो लीटर पानी की बोतल के 20 रुपए लिए गए, जबकि बोतल सहित 12 रुपए लिए जाने चाहिए।
प्लेटफॉर्म नम्बर दो व तीन के आरओ स्टॉल संचालक से पानी की बोतल के लिए पूछा तो भरवाने के लिए 5 रुपए और बोतल सहित 10 रुपए देने की बात कही। जब रेट लिस्ट का हवाला दिया तो उन्होंने 8 रुपए मेें ही पानी की बोतल थमा दी। दूसरा आरओ स्टॉल संचालक निर्धारित रेट से 2 रुपए अधिक देने पर अड़ा रहा।
प्लेटफॉर्म नम्बर चार व पांच पर दो आरओ स्टॉल संचालकों ने पानी की बोतल पर निर्धारित रेट को काटकर दूसरी रेट चस्पा कर दी। प्लेटफॉर्म नंबर 6 पर आरओ की कोई स्टॉल नहीं मिली। यहां तीन वाटर कूलर लगे हैं। इनमें से एक आरओ वाला वाटर कूलर बंद मिला। यही हालात अन्य प्लेटफॉर्म पर नजर आए। रेलवे स्टेशनों पर रेल नीर की बोतल ही बिकने की अनुमति है, लेकिन यहां सभी वेंडरों की स्टॉलों पर पानी की लोकल बोतलें ही बेची जा रही हैं। फुलेरा रेलवे स्टेशन पर वाटर कूलर के आधे नल परमानेंट बंद हैं। यहां पानी की बोतलों की कीमत अधिक वसूली जा रही है। ट्रेनों के रुकने पर यात्री दौड़कर नलों की तरफ जाते हैं, लेकिन भीड़ देखकर निराश ही लौट जाते हैं।