राजस्थान यह गांव है देश का बेस्ट ‘टूरिस्ट विलेज’, एक भी पक्का मकान नहीं, जानें पूरा इतिहास
Rajasthan Devmali Village: राजस्थान के ब्यावर जिले के मसूदा उपखण्ड मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर दूर स्थित देवमाली गांव विश्व पटल पर आ गया है। गुर्जर समाज के आराध्य भगवान देवनारायण का मंदिर यहां स्थित है। अरावली की पहाड़ी पर स्थित मंदिर पक्का निर्मित है। मंदिर के चारों ओर जितने भी मकान हैं, सभी कच्चे हैं।
Rajasthan Devmali Village: चन्द्र प्रकाश जोशी/अजमेर। कच्चे घरों का गांव आज देशभर में सुर्खियों में है। भारत सरकार ने इस गांव को ट्यूरिस्ट विलेज घोषित किया है। करीब साढ़े 300 से अधिक कच्चे घर हैं। छप्पर, दीवारें भी कच्ची हैं। ग्रामीण संस्कृति की ऐसी झलक कहीं देखने को नहीं मिलती। गांव में आज भी मांस-मदिरा का सेवन वर्जित है। अगर कोई पक्का आशियाना है तो वह है भगवान देवनारायण का मंदिर और ‘शिक्षा का मंदिर’ स्कूल।
राजस्थान के ब्यावर जिले के मसूदा उपखण्ड मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर दूर स्थित देवमाली गांव विश्व पटल पर आ गया है। गुर्जर समाज के आराध्य भगवान देवनारायण का मंदिर यहां स्थित है। अरावली की पहाड़ी पर स्थित मंदिर पक्का निर्मित है। मंदिर के चारों ओर जितने भी मकान हैं, सभी कच्चे हैं। भगवान देवनारायण के वचनबद्ध परिवार आज भी यहां परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं।
ट्यूरिस्ट विलेज घोषित होने से बढ़ेगा पर्यटन
भारत सरकार के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय की ओर से हाल ही में देवमाली गांव को ट्यूरिस्ट विलेज घोषित किया है। अब संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय की ओर से देवमाली की संस्कृति से रू-ब-रू कराने की योजना तैयार की जा रही है।
बॉलीवुड की फिल्मों की शूटिंग से भी सुर्खियों में
दक्षिण भारतीय फिल्मों की भी यहां शूटिंग हुई है। बॉलीवुड फिल्म जॉली एलएलबी थ्री की शूटिंग भी पिछले दिनों देवमाली में की गई। फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने यहां के ग्रामीण माहौल से प्रभावित होने के बाद बालिकाओं की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहयोग की घोषणा की थी।
आज भी निभा रहे परम्परा
बुजुर्ग सौदान गुर्जर ने कहा कि एक ही पिता की सभी संतान हैं। अब करीब 350 परिवार और घर हैं। पुरानी परंपरा है, और भगवान देवनारायण के हुकुम अनुसार कोई भी पक्का मकान नहीं बनाता है। मांस-मदिरा का कोई प्रयोग नहीं करता। केरोसीन का उपयोग भी नहीं किया जाता है।
समाजसेवी पीरू गुर्जर के अनुसार भारत सरकार ने देवमाली को ट्यूरिस्ट विलेज घोषित किया है। गांव में खुशी की लहर है। गांव का विकास होगा। गांव में सभी परिवार कच्चे घर में निवास करते हैं।
बालिकाएं बढेंगी और सरकारी सेवा में आएंगी
ग्रामीण रसीली गुर्जर ने बताया कि फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने बेटियों की पढ़ाई के लिए आर्थिक सहयोग की घोषणा की है। इससे बेटियां आगे पढ़ेगी और सरकारी सेवा में आएंगी। गांव के माहौल से महिलाएं बहुत खुश हैं। बाहर से काफी लोग अब गांव को देखने आने लगे हैं।
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