झरनों से फूटा पानी,तालाब-बांध लबालब उधर, भिनाय में 156 मिलीमीटर (छह इंच) बरसात से खेल-खलिहानों में पानी भर गया। आसपास के नाडी-एनिकट भर गए। पुष्कर में भी झमाझम बारिश का दौर चला। पहाड़ी इलाकों से नदी और झरनों से आए पानी से सरोवर का जलस्तर 12 फीट से ज्यादा हो गया। जेठाना में ओवरब्रिज में पानी भरने से सीमेंट से लदा का ट्रक फंस गया।
माकड़वाली, होकरा, गगवाना, गेगल, घूघरा, कांकरदा भूणबाय और अन्य इलाकों को भी तेज बरसात ने भिगोया। नसीराबाद, मांगलियावास,बिजयनगर सहित कई क्षेत्रों में कहीं तेज बरसात हुई तो कहीं फुहारें पड़ी। कई बड़े और छोटे जलाशयों में पानी की आवक हुई।
नसीराबाद में 71 मिमी बारिश नसीराबाद में गत दो दिन से चल रही बारिश के बीच रविवार प्रात: 8 बजे समाप्त हुए 24 घंटों में 71 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। शनिवार रात से लेकर रविवार सुबह तक चली झमाझम बारिश से जगह-जगह पानी भर गया। कई सडक़ें लबालब हो गई। पिछले दो दिनों से हुई बारिश से नगर के फ्रॉमजी चौक स्थित लाल डिग्गी तालाब व श्रीनगर रोड स्थित फूलसागर तालाब में भी पानी की आवक शुरू हुई।
बिजयनगर. कस्बे में शनिवार रात्रि से रविवार दोपहर तक झमाझम बरसात हुई। निकास की समुचित व्यवस्था के अभाव में महावीर भवन व प्राज्ञ स्वाध्याय भवन में विराजित जैन सन्तों व साध्वीजन के दर्शनार्थ आने वाले धर्मावलम्बियों तथा प्रमुख धार्मिक स्थल लक्ष्मीनारायण मन्दिर व शिव मन्दिर आने वाले श्रद्धालुओं को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा।
धर्म स्थलों में विराजित साधु सन्तों को भी दैनिक कार्यों व गोचरी आदि के लिए अन्यत्र जाने में काफी देर तक इन्तजार करना पड़ा। बिजयनगर के मुख्य मार्ग 27 मील चौराहा से रेलवे स्टेशन के दक्षिणी क्षेत्र की बस्तियों एवं कमला फैक्ट्री बजरंग कॉलोनी सथाना बाजार आदि आवासीय बस्तियों में गिरने वाला बरसाती पानी का निकास बापू बाजार, महावीर भवन गली से होकर श्मशान मार्ग रोड स्थित नाले से खारी नदी व भैंरू जी के स्थान से होकर नगर क्षेत्र से आगे काफी लम्बे चौड़े नालों से निकास होता था, लेकिन श्मशान रोड पर पक्की दीवार का निर्माण हो जाने व नगर क्षेत्र में पानी की निकासी छोटे नाले से की जा रही है।
पीसांगन में सात इंच बरसात उपखंड मुख्यालय समेत देहात में शनिवार रात्रि 9 बजे से शुरू हुआ बरसात का दौर रविवार दोपहर 2 बजे तक अनवरत चलता रहा। इस दौरान यहां 174 मिलीमीटर यानी 7 इंच बरसात दर्ज की गई। कई एनीकटों तालाबों आदि की चादर चलने के साथ ही जलाशय लबाबल हो गए।
वहीं कई जलाशय लबालब होकर टूट गए। आंबा तालाब व भांवता स्थित दुदेटी तालाब की 15 वर्ष बाद चादर चली। सागरमती नदी के कैचमेंट एरिया में नाथूथला सरहद स्थित एनीकट, भांवता सरहद स्थित दो एनीकट, नुरियावास स्थित एनीकट व दांतड़ा रोड स्थित रपट, बुधवाड़ा में दांतड़ा रोड़ स्थित रपट, रामपुरा डाबला में खारड़ा नाडी की रपट, कस्बे में रामपुरा डाबला रोड स्थित रपट समेत लगभग सभी एनीकटों के अलावा रपटें लबालब होकर छलक पड़ीं। पिचोलिया चरागाह में स्थित नाडी टूट गई। केशोलाव तालाब में 4 फीट तो भैरूजी बांध में 5 फीट पानी की आवक हुई।
भिनाय में दो दिन में 6 इंच बरसात भिनाय सहित क्षेत्र के गांवों में शनिवार रात झमाझम बारिश का दौर चला। यह रविवार को भी जारी रहा। क्षेत्र के ग्राम देवलिया कलां, सोबड़ी, बडली, नागोला सहित कई गांवों में झमाझम बारिश से तालाबों में पानी की अच्छी आवक हुई। कस्बे में रैण गेट स्थित पथवारी तालाब की चादर चल पड़ी। शेखपुरी पहाड़ी व सैल सागर पहाड़ी पर झरने फूट पड़े। बारिश से किसानों को फसलें खराब होने का डर सताने लगा है।
मसूद सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र में रविवार को दिनभर बारिश का दौर जारी रहा। रविवार सुबह से ही कभी हल्की व कभी तेज बारिश का दौर जारी रहने के साथ ठंडी हवाओं के चलने से वातावरण में ठंडक हो गई। बारिश से काश्तकारों को खासी राहत मिली। उपखंड क्षेत्र के ग्राम देवमाली, किराप, धोलादाता, शेरगढ़, नंदवाड़ा सहित आस-पास के गांवों में भी बारिश होने के समाचार हैं।
न्यारां शिवसागर में आया साढ़े 5 फीट पानी बाघसूरी. गत दो दिनों से हो रही बारिश से खेत खलिहान तर-बतर हो गए, वहीं तालाबों में भी बारिश के पानी की आवक हो रही है। न्यारां के ऐतिहासिक शिवसागर तालाब में रविवार शाम तक साढ़े पांच फीट पानी की आवक हुई। बाघसूरी के बरवाला, गांवाई, उसरिया, बुधसागर सहित नाडियों एवं ताल तलैयों में भी बारिश के पानी की आवक हुई।
बाघसूरी में शनिवार रात से हो रही रिमझिम व तेज बारिश से सडक़ों पर पानी बह निकला। वहीं खेतों में खड़ी ज्वार, बाजरा, मक्का की फसल खेतों में आडी पड़ गई। देवा सागर तालाब, बडला का काला तालाब, बालापुरा का बाला सागर तालाब सहित सपनीखेड़ा, पीपलिया, पाड़लिया, चांपानेरी, देवलिया कलां, लामगरा, केरोट, नान्दसी, जेतपुरा, बछगांव, केरियाखुर्द आदि गांवों के तालाबों में भी पानी की अच्छी आवक हुई है।
मौसम विभाग ने यूं रिकॉर्ड की बारिश सुबह 8.30 बजे तक – 86.8 मिलीमीटर दोपहर 2.30 बजे तक -16.2 मिलीमीटर शाम 5.30 बजे कुल बारिश: 103 मिलीमीटर इस सीजन में अच्छी बरसात
बीते जून में मानसून की सक्रियता के बाद अजमेर में दूसरी बार ताबड़तोड़ बरसात हुई है। पहली बार 20 जून को 45 मिलीमीटर पानी बरसा था। इसके बाद 23 जून को 24 मिमी, 25 जून को 30 मिलीमीटर बरसात होने के बाद अब 31 जुलाई को 57 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई। मालूम हो कि 18 जुलाई 1975 को अजमेर में एक ही दिन में 750 मिलीमीटर बारिश होने से बाढ़ आ गई थी।
पहाडिय़ों से फूटे झरने बरसात ने प्रकृति को भी तोहफा दिया। वैशालीनगर, पंचशील, शास्त्रीनगर, आंतेड़ बस्ती, अजयपाल बाबा मंदिर,दरगाह बाजार इलाके में पहाडिय़ों से झरने फूट पड़े। झरनों से तेज रफ्तार से पानी नालों-नालियों से होता हुआ सडक़ों पर बहता नजर आया। लोग झरनों को देखने और मोबाइल में वीडियो बनाने में व्यस्त रहे।
जिले में बारिश (मिलीमीटर) अजमेर 118, श्रीनगर 28, गेगल 57, पुष्कर 104, गोविंदगढ़ 52, बूढ़ा पुष्कर 62, नसीराबाद 75, पीसांगन 85, मांगलियावास 120, किशनगढ़ 47, बांदरसींदरी 31, रूपनगढ़ 64, अरांई 20, ब्यावर 80, जवाजा 105, टॉडगढ़ 55, सरवाड़ 41, गोयला 24, केकड़ी 36.50, सावर 16, भिनाय 156, मसूदा 76.25, बिजयनगर 117, नारायण सागर 6 मिलीमीटर।
सिंचाई विभाग: 1 जून से अब तक बारिश : 208.40 मिलीमीटर मौसम विभाग: 1 जून से अब तक बारिश: 314.2 मिलीमीटर जलाशयों में पानी (फीट में) आनासागर 12.7, फॉयसागर 13.9, पुष्कर 12.3, रामसर 2.0, शिवसागर न्यारा 5.5, राजियावास 0.10, मकरेड़ा 6.11, गोविंदगढ़ 1, ताज सरोवर अरनिया 1.2, डेह सागर बड़ली 12.0। अजगरा, फूल सागर कायड़, बीर, मदन सरोवर धानवा, मुंडोती, पारा प्रथम, पारा द्वितीय, नाहर सागर, नारायणसागर खारी, , न्यू बरोल, मान सागर जोताया, लसाडिय़ा, बिसंूदनी और अन्य बांध खाली हैं।