चादर चलने के बाद शाम साढ़े 7 बजे गांवाई नाड़ी का पानी पीसांगन के विनायकजी की बावड़ी स्थित गणेश सागर में जा पहुंचा और 2007 के बाद उसकी भी चादर चल पड़ी। इसे देखने के लिए ग्रामीण उमड़ पड़े। बुधवाड़ा के हरिपुरा व रामपुरा डाबला के तेजा चौक, रेबारियों के मोहल्ले समेत निचले इलाकों में जलभराव हो गया।
शाम को तहसीलदार किसनाराम चौधरी मौके पर पहुंचे और गांवाई नाडी समेत पानी के बहाव क्षेत्रों का बारीकी से जायजा लेकर ग्रामीणों से बातचीत की और हल्का पटवारियों को भी निर्देशित किया। तेज वर्षा संग चली तूफानी हवाओं की बदौलत रामपुरा डाबला के कालूरामजी की बेरी के पास फतेहपुरा फीडर में 11 हजार केवी हाइटेंशन लाइन का पोल जमींदोज हो गया। फीडर इंचार्ज दयाराम ने उक्त क्षेत्र में बिजली सप्लाई कटवा कर अन्य क्षेत्रों की बिजली सप्लाई रात्रि 8 बजे शुरू करवाई।
बरसात के बाद करीब 1 घंटे तक कालूरामजी की बेरी के पास पिचोलिया, पीसांगन मार्ग, रामपुरा डाबला गांव में जाने वाला रास्ता, बुधवाड़ा में हरिपुरा मोहल्ले से गुजरने वाले रास्ते में जलभराव के चलते आवागमन रुक गया। बुधवाड़ा के हरिपुरा में कई घरों में पानी भर गया।
फतेहपुरा में कांकरिया एनीकट, कालेसरा के छोटा तालाब, अखेपुरा के मॉडल तालाब में पानी की अच्छी आवक हुई। वही गांवाई नाडी बुधवाड़ा, दांतड़ा रोड स्थित रपट समेत कई जलाशय लबालब हो गए व खेत जलमग्न गए।