scriptअंतर्राष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले के आगाज से पहले इजरायल-हमास युद्ध का राजस्थान टूरिज्म पर असर, पढ़ें पूरी खबर | Pushkar Cattle Fair 2024 Israel conflict impact on Rajasthan tourism | Patrika News
अजमेर

अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले के आगाज से पहले इजरायल-हमास युद्ध का राजस्थान टूरिज्म पर असर, पढ़ें पूरी खबर

Pushkar Cattle Fair 2024: आने वाले महीने में 2 नवंबर से पुष्कर के अंतर्राष्ट्रीय पशु मेले का आगाज हो रहा है जो 15 दिनों तक यानी 17 नवंबर तक चलेगा।

अजमेरOct 08, 2024 / 09:59 am

Supriya Rani

Pushkar Cattle Fair: विश्व विख्यात अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले का आगाज नवंबर से होने वाला है लेकिन इस बार स्थितियां विपरीत नजर आ रही हैं। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल अक्टूबर में 2 हजार से ढाई हजार तक इजरायली पर्यटक अपना न्यू ईयर सेलिब्रेट करने यहां आए थे लेकिन इस साल हालात बद से बदतर हैं। अब तक बस 150 से भी कम पर्यटक यहां अक्टूबर के पहले सप्ताह में पहुंचे।
बता दें कि 6 अक्टूबर को इजरायल का न्यू ईयर सेलिब्रेशन होता है। इस खास मौके पर हर साल कई इजरायली टूरिस्ट घूमने जयपुर आते हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि नवंबर में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले में भी ऐसा ही रूप दिखने को मिल सकता है, इसे लेकर चिंता बढ़ गई है।
बता दें कि पश्चिमी एशिया में जंग जारी है। ये धीरे-धीर और भी जटिल होता जा रहा है। इसके खत्म होने की उम्मीद फिलहाल तो नहीं है। 7 अक्टूबर 2024 को इजरायल-हमास के बीच जो जंग शुरू हुआ उसे अब पूरे एक साल हो चुके हैं। हाल ही में इजरायल और ईरान के बीच भी तनाव काफी बढ़ चुका है। जिसका असर अब नवंबर में आयोजित होने वाले अंतर्राष्टीय पशु मेले में दिखेगा।

अतंर्राष्ट्रीय पशु मेले पर ऐसे पड़ेगा असर

पश्चिमी एशिया में जंग का असर राजस्थान टूरिज्म पर भी पड़ने की उम्मीद है। आने वाले महीने में 2 नवंबर से पुष्कर के अंतर्राष्ट्रीय पशु मेले का आगाज हो रहा है जो 15 दिनों तक यानी 17 नवंबर तक चलेगा। यहां हर साल पशुओं की प्रदर्शनी समेत कई कार्यक्रम होते हैं। बता दें कि इस मेले का दीदार करने विश्व भर से हर साल पर्यटकों की खासा भीड़ उमड़ती है लेकिन इस बार पश्चिमी एशिया में चल रहे युद्ध का असर होगा और पर्यटकों की संख्या में कमी आएगी।

अंतर्राष्ट्रीय पशु मेले की तैयारियां शुरू

राजस्थान पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक सुनील घीया ने बताया कि पश्चिमी एशिया में जंग को मद्देनजर रखते हुए पुश्कर पशु मेले में सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। साथ ही पर्यटकों की संख्या में कमी को देखते हुए बेथ चबाड में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अब राज्य और केंद्रीय खुफिया एजेंसी बेथ चबाड के आसपास की हर गतिविधि पर नजर रखेगी। मेले के आयोजन के दौरान पांच स्तरीय सुरक्षा के इंतजाम हैं जहां पुलिस विभाग द्वारा 1600 से ज्यादा कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी।

होगी पांच स्तरीय सुरक्षा

पश्चिमी एशिया में युद्ध को मद्देनजर रखते हुए सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे। पांच स्तरीय सुरक्षा की तैयारी शुरू हो गई है जिसमें पांच सुरक्षा बॉर्डर बनाए जाएंगे। पहला ब्रह्मा मंदिर और पुष्कर सरोवर के इर्द-गिर्द, दूसरा मेला ग्राउंड के आसपास, तीसरा शहर के आसपास, चौथा पुष्कर के चारो ओर तथा पांचवा पुष्कर की ओर से जाने वाली मुख्य सड़कों पर बॉर्डर बनाए जाएंगे जहां छह अतिरिक्त एसपी और 12 डिप्टी एसपी की तैनाती रहेगी।
आगे उन्होंने बताया कि पुष्कर जिला कलक्टर लोकबंधु के नेतृत्व में मेले की तैयारियों को लेकर सब कमेटी का गठन किया जा चुका है। बता दें कि इस मेले में राजस्थान के कई जिलों से ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों से भी पशुपालक पहुंचते हैं। ये दुनिया का सबसे बड़ा पशु मेला है जहां पशुओं की प्रदर्शनी के साथ उनकी बोली भी लगती है और काफी ऊंची कीमत पर व्यापारी इन्हें खरीदने आते हैं।

पिछले साल अनमोल की 11 करोड़ कीमत

pushkar pashu mela
पिछले साल पुष्कर पशु मेले में 11 करोड़ रुपए का अनमोल (भैंसा) आकर्षण का केंद्र बना रहा। उसका वजह 1570 किलो के आसपास था। इसकी कीमत 11 करोड़ निर्धारित थी। इसके सीमन से कुल 150 भैंस के बच्चे पैदा किए जा चुके हैं। इससे उसके मालिक की मेले में अच्छी खासी कमाई हुई थी।

Hindi News / Ajmer / अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले के आगाज से पहले इजरायल-हमास युद्ध का राजस्थान टूरिज्म पर असर, पढ़ें पूरी खबर

ट्रेंडिंग वीडियो